गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद चीफ मेडिकल ऑफिसर ने बेतुका फरमान जारी किया है। जिसमें दिल्ली में काम करने वाले डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को उनके घर आने से रोकने का आदेश दिया गया है। चीफ मेडिकल ऑफिसर ने सभी आरडब्लूए को पत्र जारी कर कहा कि दिल्ली में काम कर रहे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को कोरोना संक्रमित होने का खतरा ज्यादा बना हुआ है। जिसकी वजह से गाज़ियाबाद में खतरा बढ़ने की संभावना बढ़ रही है। ऐसे में लॉकडाउन तक अपने घर न आ कर दिल्ली में ही रहने को कहा गया है।
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से बुधवार को चार और लोगों की मौत होने के साथ ही राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 60 हो गई है। प्रदेश में आज 118 नए मामले आए हैं, इसके साथ ही अभी तक 2,998 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर शाम जारी बुलेटिन के अनुसार, 67 जिलों से 2,998 मामले सामने आए हैं जबकि छह जिलों में फिलहाल कोविड-19 का कोई मामला नहीं है। बुलेटिन में कहा गया कि कुल 1130 लोग इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होकर अपने घर लौट चुके हैं। अभी तक कुल 60 लोगों की मौत हुई है।
फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण के लिए 1808 लोगों का इलाज चल रहा है। प्रयागराज, एटा, मेरठ और अलीगढ़ में आज एक-एक व्यक्ति की कोविड-19 से मौत हुई है। कुल 60 मौतों में से आगरा में 16, मेरठ में आठ, मुरादाबाद में सात, कानपुर में पांच, मथुरा में चार, फिरोजाबाद में तीन और गाजियाबाद एवं अलीगढ़ में दो-दो लोगों की मौत हुई है। इससे पहले प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में लोग तेजी से संक्रमण मुक्त हो रहे हैं और यह संख्या राष्ट्रीय प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने बताया कि संक्रमण मुक्त होने का राष्ट्रीय प्रतिशत 28.71 है जबकि उत्तर प्रदेश के मामले में यह 38.37 प्रतिशत है।
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