लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बंगले में अवैध निर्माण का दावा करने वाली लोकनिर्माण विभाग की रिपोर्ट को ‘झूठ का पुलिंदा’ करार देते हुए कहा कि पार्टी मुखिया असल नुकसान की भरपाई करने को तैयार हैं। सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज ‘भाषा‘ को बताया कि खबरों से पता चला है कि लोक निर्माण विभाग ने अपनी एक रिपोर्ट में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश को पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते आबंटित किये गये बंगले में चार करोड़ 68 लाख रुपये के अवैध निर्माण का दावा किया है। यह रिपोर्ट झूठ का पुलिंदा है। दरअसल, यह कारोबारी नहीं बल्कि ‘सियासी हिसाब-किताब’ है।
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा अखिलेश को अपने लिये खतरा मानती है। असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिये ही वह उनके बंगले में कथित तोड़फोड़ के मामले सामने ला रही है। वह लोकसभा चुनाव तक इसी तरह के मुद्दे उठाती रहेगी, मगर उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। चौधरी ने कहा कि अखिलेश के बंगले में हुए नुकसान की भरपाई करने की बात पहले भी कह चुके हैं और वह नुकसान की जायज रकम का भुगतान करने को अब भी तैयार हैं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि बंगले में कोई भी अवैध कार्य नहीं कराया गया। इस मामले में अधिकारी सरकार की शह पर झूठ बोल रहे हैं। बंगले में जो सामान अखिलेश ने खुद लगवाया था, वह उनकी अपनी सम्पत्ति थी, जिसे वह ले गये। इसमें कुछ भी गलत नहीं था। इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश को यह बताना चाहिये कि उन्होंने राज्य सम्पत्ति विभाग की इजाजत के बगैर अपने सरकारी बंगले में निर्माण कार्य क्यों कराया। अब कानून अपना काम करेगा।
मालूम हो कि प्रदेश के लोक निर्माण विभाग ने अखिलेश को पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर आबंटित किये गये सरकारी बंगले में तोड़फोड़ तथा अन्य कथित अनियमितताओं की जांच रिपोर्ट में करीब चार करोड़ 68 लाख रुपये के निर्माण कार्यों को राज्य सम्पत्ति विभाग से इजाजत लिये बगैर बनवाये जाने की बात कही है। रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश के बंगले में गेस्ट हाउस, सुरक्षा भवन और प्रतीक्षालय भवनों को गलत तरीके से दो-दो मंजिल का बनाया गया। इसके अलावा बंगले के सौंदर्यीकरण तथा अन्य निर्माण कार्यों पर भी बेतरतीब तरीके से धन खर्च किया गया।
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