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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश कुलदीप सेंगर अपने भाई के अंतिम संस्कार में हुए शामिल

कुलदीप सेंगर अपने भाई के अंतिम संस्कार में हुए शामिल

सोमवार सुबह गांव में काफी इंतजार के बाद रिश्तेदार मनोज सिंह का शव लेकर परियर घाट गंगा किनारे पहुंचे। शव पहुंचने के करीब डेढ़ घंटे बाद दिल्ली पुलिस विधायक कुलदीप सेंगर और उनके छोटे भाई अतुल को लेकर घाट पर पहुंचीं। 

Kuldeep Sengar- India TV Hindi Image Source : PTI Expelled BJP MLA Kuldeep Sengar with MP Sakshi Maharaj attends the funeral of his brother Manoj Sengar, in Unnao district.

उन्नाव| उत्तर प्रदेश स्थित उन्नाव के चर्चित माखी कांड में ओरोपित विधायक कुलदीप सेंगर सोमवार को अपने भाई के अंतिम संस्कार में पेरोल पर यहां पहुंचे। सेंगर के साथ उसका दूसरे आरोपित भाई अतुल भी था। इस दौरान उनके साथ स्थानीय सांसद साक्षी महराज और बिठूर विधायक अभीजीत सिंह सांगा भी मौजूद रहे।

गौरतलब है कि विधायक के मृतक भाई मनोज सिंह उनसे जुड़े दुष्कर्म मामले की पैरवी कर रहे थे। उनकी शनिवार को दिल्ली में मौत हो गई। इसके बाद कोर्ट ने कुलदीप सेंगर को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 72 घंटे की पैरोल दी है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परियर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। यहां पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात रहे।

सोमवार सुबह गांव में काफी इंतजार के बाद रिश्तेदार मनोज सिंह का शव लेकर परियर घाट गंगा किनारे पहुंचे। शव पहुंचने के करीब डेढ़ घंटे बाद दिल्ली पुलिस विधायक कुलदीप सेंगर और उनके छोटे भाई अतुल को लेकर घाट पर पहुंचीं। दोनों को हजारों की भीड़ के बीच से चिता तक पहुंचाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

अंत्येष्टि में शामिल होने आई समर्थक और गांव के लोग विधायक से संवेदना जताने के लिए धक्का मुक्की पर उतारू हो गए। इसपर नम आंखों के साथ विधायक कुर्सी के ऊपर खड़े हुए और हाथ जोड़कर सबसे मुखातिब हुए। माखी में युवती से दुष्कर्म मामले में आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को तिहाड़ जेल में रखा गया है। उनके सभी मामलों की सुनवाई दिल्ली की अदालत में चल रही हैं, जिनकी पैरवी उनके छोटे भाई मनोज सिंह सेंगर उर्फ लंकेश कर रहे थे। इसके चलते वो दिल्ली में ही रह रहे थे।

मनोज रावण का भक्त था और सभी से 'जय लंकेश' कहकर मिलता था। उन्होंने रावण का एक लॉकेट भी पहना था। शनिवार रात अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई थी। इसपर उन्हें दिल्ली के अस्पताल ले जाया गया था, जहां डक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। रविवार को दिल्ली में पोस्टमार्टम के बाद मनोज का शव देर रात माखी गांव पहुंचा।

आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके भाई अतुल की पैरोल की मांग की थी। इसपर कोर्ट ने दोनों आरोपितों के 72 घंटे के पैरोल की मंजूरी दी, इसमें तिहाड़ जेल से ले जाने और लाने तक का भी समय शामिल है। कुलदीप सेंगर भाजपा से भले ही निकाल दिए गए हों, लेकिन आज (सोमवार को) अंतिम संस्कार वाले दिन स्थानीय सांसद साक्षी महराज, सदर विधायक पंकज गुप्ता, बम्बालाल दिवाकर और पुरवा विधायक अनिल सिंह व अन्य भाजपा नेता के साथ अंतिम संस्कार में पहुंचे।

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