लखनऊ: एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में पिछले हफ्ते मारे गए कुख्यात बदमाश विकास दुबे के साथी शशिकांत उर्फ सोनू पांडे ने खुलासा किया है कि दुबे के निर्देश पर ही गत दो-तीन जुलाई की दरमियानी रात को आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या की गई थी। शशिकांत ने पुलिस द्वारा ले जाए जाते वक्त संक्षिप्त बातचीत में कहा, “आठों पुलिस कर्मियों को बड़ी बेरहमी से मारा गया। यह सब कुछ विकास दुबे के निर्देश पर ही हुआ।”
इस सवाल पर कि घर की छत से कैसे फायरिंग की गई, उसने बताया कि हमें आनन-फानन में ऐसा करने का आदेश मिला और वह हुक्म विकास दुबे ने ही दिया था। इस सवाल पर कि वह वारदात के बाद घर से क्यों भाग गया था और अपना सिर क्यों मुंडा लिया, शशिकांत ने कहा "मेरी मां ने मुझे भगा दिया था। क्योंकि मेरे पिताजी की मृत्यु हुई थी, इसलिए मैंने अपना सिर्फ मुंडा लिया था।" इस सवाल पर कि वारदात के दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा की हत्या किसने की थी, शशिकांत ने कहा कि उसने मिश्रा का कत्ल नहीं किया।
शशिकांत को मंगलवार को गिरफ्तार करके उसके पास से वारदात के दौरान पुलिस से लूटी गई दो रायफल बरामद की। इस तरह अब पुलिस से लूटे गए सभी हथियार बरामद कर लिए गए हैं। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि शशिकांत और सोनू पांडे पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था। वह कानपुर के बिकरु गांव में गत दो-तीन जुलाई की दरमियानी रात विकास दुबे के साथियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात का अभियुक्त है। उसने घटना में अपनी संलिप्तता कुबूल की है। विकास दुबे गत 10 जुलाई की सुबह कानपुर के सचेंडी इलाके में एसटीएफ के साथ हुई कथित मुठभेड़ में मारा गया था। उसे नौ जुलाई को उज्जैन में गिरफ्तार किया गया था। (इनपुट- भाषा)
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