मेरठ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में जिस 'राकेश' नामक डॉगी का जिक्र किया था, उसकी लीवर और किडनी संक्रमण के कारण मौत हो गई है। इस डॉगी की पीएसी के जवान देखभाल किया करते थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस डॉगी की मंगलवार को मृत्यु हो गई और उसे प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) के कर्मियों की ओर से पूरे सम्मान के साथ दफनाया गया। खास बात यह है कि उसकी देखभाल करने वाले PAC कर्मियों ने फूल मालाओं से सजाकर उसकी अर्थी निकाली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉगी की देखभाल करने के लिए पीएसी की प्रशंसा की थी।
‘लॉकडाउन में घर चला गय था चाय के स्टाल का मालिक’
बता दें कि कुत्ते का नाम उसके मालिक राकेश के नाम पर रखा गया था। राकेश एक चाय की दुकान का मालिक था और जिसने कुछ समय के लिए कुत्ते की देखभाल की थी। हेड कांस्टेबल अजीज-उर-रहमान खान ने कहा, ‘एक चाय स्टाल के मालिक राकेश, आवारा कुत्ते की देखभाल करते थे। हालांकि वह कोविड-19 के कारण लागू किए गए शुरुआती लॉकडाउन के बाद अपने गृहनगर वापस चले गए और कुत्ता यहीं पर रह गया।’ कुछ ही दिनों में डॉगी की पुलिसवालों से गहरी दोस्ती हो गई थी। चाय स्टाल के मालिक के गृहनगर जाने के बाद सभी प्रशिक्षु जवानों, कॉन्स्टेबलों और हेड कॉन्स्टेबलों ने डॉगी राकेश को खूब प्यार दिया और उसकी देखभाल की।
‘24 नवंबर को ठंड लगने से डॉगी राकेश बीमार हो गया था’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 24 नवंबर को ठंड लगने से डॉगी राकेश बीमार हो गया था। उसकी खराब हालत देखकर पुलिसवालों ने तुरंत उसे जानवरों के डॉक्टर के पास पहुंचाया। डॉक्टर द्वारा की गई जांच में पता चला कि उसके लीवर और किडनी में इंफेक्शन हो गया है, और उसकी हालत काफी ज्याद खराब है। इसके बाद डॉगी की सेहत सुधारने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाता रहा लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। अंत में एक दिसंबर को 'राकेश' की पांच वर्ष की उम्र में मौत हो गई।
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