उत्तर प्रदेश में बाढ़ से अब तक 14 लोगों की मौत, 16 जिलों के 838 गांव सैलाब से प्रभावित
उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई बाढ़ से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इस वक्त राज्य के 16 जिलों के 838 गांव सैलाब से प्रभावित हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई बाढ़ से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इस वक्त राज्य के 16 जिलों के 838 गांव सैलाब से प्रभावित हैं। प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार (18 अगस्त) को बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में आई बाढ़ के कारण हुए हादसों में अब तक 14 लोगों की मौत होने की सूचना है।
राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर ने कहा, 'वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों आंबेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, बदायूं, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, देवरिया, संतकबीरनगर और सीतापुर के 838 गांव बाढ से प्रभावित हैं।'
उन्होंने बताया कि पलिया कला (लखीमपुरखीरी) में शारदा नदी जबकि तुर्तीपार (बलिया), एल्गिनब्रिज और अयोध्या में सरयू (घाघरा) नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बाढ़ राहत कार्य सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल है, इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है।
बिकरू कांड: UP STF और कानपुर पुलिस को चकमा देकर एक और आरोपी ने जिला कोर्ट में किया सरेंडर
राजभर ने बताया, 'मुख्यमंत्री ने जल बहाव के कटान से प्रभावित जमीन के पास स्थित स्कूल या पंचायत भवन को राहत शिविर में तब्दील नहीं करने को कहा है। बाढ़ प्रभावित जनपदों में पशुओं के चारे-भूसे की उचित व्यवस्था और उनका टीकाकरण समय पर करने को कहा है।'
संसद का मानसून सत्र 10 सितंबर से होगा शुरू- सूत्र, पहली बार देखने को मिलेंगे कई अहम बदलाव
बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए मंत्री ने बताया कि फिलहाल प्रदेश के सभी तटबंध सुरक्षित हैं, कहीं भी हालात चिंताजनक नहीं हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव के लिए कुल 22 टीमें (एनडीआरएफ की 15 और एसडीआरएफ व पीएसी की सात) तैनात की गई हैं।
चीन के साथ तनाव के बीच भारत ने पश्चिमी मोर्चे पर तैनात किए स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस
राजभर ने बताया कि 1,176 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी हैं। उन्होंने बताया, ‘‘बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट दिया जा रहा है। एक किट में 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, पांच किलो लाई (मुरमुरा), दो किलो भूना चना, दो किलो अरहर की दाल, 500 ग्राम नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिर्च, 250 ग्राम धनिया, पांच लीटर मिट्टी का तेल, एक पैकेट मोमबत्ती, एक पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, एक लीटर रिफाइन्ड तेल, क्लोरीन के 100 टेबलेट और नहाने के दो साबुन शामिल हैं।’’ मंत्री ने बताया कि अब तक 90,372 खाद्यान्न किट और 2,05,917 मीटर तिरपाल का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि 267 मेडिकल टीमें लगायी गयी हैं।
भारत की कोरोना वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल आज-कल में होगा शुरू: नीति आयोग
चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने दिया इस्तीफा, एडीबी बैंक में संभालेंगे उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी