कौशांबी: बहुजन समाज पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि अब समय आ गया है जब प्रदेश के 13 प्रतिशत ब्राह्मण और 23 प्रतिशत दलित समाज मिलकर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को उखाड़ फेंके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार के समय ब्राह्मण-दलित उत्पीड़न किसी से छिपा नहीं है। मिश्रा ने कहा, ‘पिछले वर्ष हाथरस में दलित बालिका के साथ बलात्कार के बाद उसे उसका शव परिजनों को न सौंप कर रात्रि में जला दिया गया। इस घटना से हम सबका सिर पूरे विश्व में शर्म से झुक गया।’
‘2007 में 45 ब्राह्मण चुनकर आए थे’
बीएसपी महासचिव ने कहा, ‘प्रदेश में ब्राह्मण एवं दलितों को बीजेपी अब डराना धमकाना भूल जाए।’ मंगलवार को कौशांबी के बसपा कार्यालय में आयोजित बैठक में राज्यसभा सांसद मिश्रा ने कहा कि बसपा के शासनकाल में बतौर मुख्यमंत्री मायावती ने भारी संख्या में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां ब्राह्मणों को देकर उनके सम्मान को बढ़ाया था। उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में 80 ब्राह्मणों को चुनाव मैदान में उतारा गया था, जिनमें से 45 ब्राह्मण चुनकर आए थे। कई ब्राह्मणों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। वर्तमान में बीजेपी के शासनकाल में विधायक बेहद दुखी हैं, मंत्रियों तक की बात नहीं सुनी जा रही है।’
‘सरकार महंगाई रोकने में विफल है’
मिश्रा ने कहा कि सरकार महंगाई रोकने में विफल है, तेल घी सहित जरूरत के समान महंगे हो गए हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने राम के साथ भी धोखा किया है, मंदिर के चंदे से बीजेपी आगामी चुनाव की तैयारी कर रही है। बीएसपी महासचिव ने आरोप लगाया, ‘मंदिर के चंदे से भारतीय जनता पार्टी ने 500 चुनावी रथ तैयार किए हैं। मंदिर की अभी नींव भी नहीं बनी है, मंदिर कब बनेगा बीजेपी इसकी तारीख भी नहीं बता पा रही है।’
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