लखीमपुर खीरी. अभी चमोली में आई आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चल ही रहा है। यहां उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के कई लोग लापता हो गए हैं। लखीमपुरी खीरी अभी इस आपदा से निपट रही रहा है कि एक और चिंता करने वाली सूचना जिला प्रशासन को नेपाल द्वारा दी गई है। नेपाल के कंचनपुर जिले के अधिकारियों द्वारा लखीमपुर के अधिकारियों को दी गई सूचना के अनुसार, उनके यहां एक झील में मरम्मत का काम किया जा रह है, इस झील में दरारें आ गई हैं। जिस वजह से नेपाल में महाकाली के नाम से जानी जाने वाली शारदा नदी में उफान आने की भी संभावना है।
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इस अलर्ट में आगे कहा गया, धारचूला में नदी के पास स्थित झील के चारों ओर का कॉन्क्रीट कमजोर पड़ गया है और इस पर अभी मरम्मत का काम चल रहा है। हालांकि लखीमपुर खीरी के अधिकारियों ने कहा है कि उत्तराखंड में ग्लेशियर के फटने का झील की दरारों से कोई सीधा वास्ता नहीं है और चिंता की भी कोई बात नहीं है।
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इस बीच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत में शारदा नदी के पास स्थित 50 से अधिक गांवों के निवासियों को सतर्क कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा, "जिला प्रशासन द्वारा जल स्तर की निगरानी की जा रही है और वे बनबसा बैराज के कर्मचारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। जरूरत पड़ने पर गांवों को खाली कराया जा सकता है।"
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लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने कहा, "घबराने की कोई बात नहीं है। यहां के एक बांध पर थोड़ी दरारें थीं और हमने इसे लेकर सतर्कता बरती। जांच के बाद अब हम लगातार नदी में जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं और बैराज के अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में हैं।" उन्होंने आगे कहा, "फिलहाल तक तो किसी बड़ी लीक के होने की संभावना नहीं है क्योंकि दरारों के ठीक होने की उम्मीद है। किसी भी प्रतिकूल मामले की स्थिति में हमारे पास गांवों को खाली कराने के लिए पर्याप्त समय है।"
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