लखनऊ: अमेठी की रहने वाली एक महिला और उसकी बेटी द्वारा लखनऊ में आत्मदाह की कोशिश करने के मामले को पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने एक षडयंत्र करार दिया है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कुछ लोगों ने इनको भड़काने का काम किया है। इस घटना में चार लोगों सुल्तान, आसमा, अमीम, अमेठी प्रेजिडेंट कबीर खान और कांग्रेस के अनूप पटेल को नामजद किया गया है।
उन्होंने बताया कि महिला और उसकी बेटी को सुल्तान और आसमा लखनऊ ले कर आए थे। उन्होंने महिला और उसकी बेटी को कहा था कि लखनऊ आत्मदाह करोगे तो बात बन जाएगी।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि ये दोनों अमेठी में कांग्रेस कार्यालय में जा कर मिले थे और लखनऊ में मीडिया कर्मी से भी बातचीत हुई थी। अनूप पटेल ने कहा था कि आत्मदाह की कोशिश करें तो इनकी बात सुनी जाएगी।
उन्होंने बताया कि यह सरकार को बदनाम करने की साज़िश थी जिसमें आसमा को गिरफ्तार कर लिया गया है और धारा 306, 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं इस मामले में अमेठी में जामो थाने के प्रभारी निरीक्षक सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
भूमि विवाद के मामले में पुलिस की ओर से कथित तौर पर कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में शुक्रवार को साफिया और उसकी बेटी गुड़िया ने यहां लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था।
जिलाधिकारी अरूण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने बताया कि कि साफिया का उसके पड़ोसी से नाली को लेकर कोई विवाद था। इस मामले में नौ जुलाई को मारपीट भी हुई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की थी। गर्ग ने बताया कि गुड़िया एवं उसकी मां ने आत्मदाह के प्रयास से संबंधित कोई पत्र नहीं दिया था और न ही खुफिया विभाग के पास इसकी कोई जानकारी थी।
उन्होंने बताया कि इस मामने में थाना प्रभारी जामो रतन सिंह, एक उप निरीक्षक एवं एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गयी है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
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