बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के थाना कोठी क्षेत्र के ग्राम कोटवा में कोटेदार ने कोविड-19 जांच नहीं कराने पर राशन देने से मना किया तो ग्रामीण भड़क गए। इसके बाद उन्होंने कोविड-19 की जांच करने गई टीम पर ही हमला कर दिया। मौके से जांच करने गई टीम किसी तरह जान बचाकर भागी। पुलिस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि मामला थाना कोठी क्षेत्र के ग्राम कोटवा का है जहां कोटे की दुकान पर शुक्रवार को कोरोना जांच करने गई टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया जिसके बाद कोरोना जांच करने गई टीम ने किसी तरह मौके से भागकर अपनी जान बचाई।
‘लाठी-डंडों समेत CHC कर्मचारियों को दौड़ा लिया’
उन्होंने बताया कि कोटवा गांव में बंसीलाल नाम के कोटेदार की दुकान पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) कोठी की टीम राशन लेने वालों की कोविड-19 जांच कर रही थी। कुछ लोगों ने जांच कराया लेकिन थोड़ी देर बाद कुछ ग्रामीण राशन लेने आए तो उन्होंने जांच कराने से मना कर दिया, जिस पर कोटेदार ने जांच कराने के बाद ही राशन देने की बात कही। पुलिस के मुताबिक कोटेदार की शर्त के बाद भी ग्रामीण नहीं माने। कई बार कोटेदार द्वारा जांच कराने को कहने पर ग्रामीण भड़क गए और घरों से लाठी-डंडों से लैस होकर मौके पर आ गए। सभी मौके पर विवाद करने लगे और सीएचसी कर्मचारियों को दौड़ा लिया।
‘महिलाओं से अभद्रता कर रही थी जांच टीम’
जानकारी के मुताबिक, मारपीट के डर से जांच करने गई टीम वहां से वापस लौट गई और इसकी शिकायत गोपाल प्रसाद, इंद्रेश, संतोष कुमार व चालक आकाश ने विभाग के अधिकारियों समेत कोठी थाने में की। वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि टीम में शामिल लोग महिलाओं को कोरोना जांच नहीं कराने पर अभद्रता और जबर्दस्ती् कर रहे थे। थाना प्रभारी रितेश कुमार पांडे ने शनिवार को बताया कि इस मामले में CHC टीम की तरफ से मिली शिकायत के आधार पर 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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