लखनऊ: देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में होनी वाली कुल कोविड जांचों में आरटी-पीसीआर पद्धति से 50 प्रतिशत नमूनों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती किसानी और पंचायत चुनावों के लिए बाहर से लोग गांव आ रहे हैं, इसलिए काफी सावधानी की जरूरत है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि कई राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की दर में बढ़ोतरी सभी के लिए एक चेतावनी है, ऐसे में पूरी सतर्कता बरती जाए।
‘सावधानी और सतर्कता की जरूरत है’
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘कोरोना जांच का काम पूरी क्षमता से किया जाए। विभिन्न विधियों से की जाने वाली कुल कोविड जांच में कम से कम 45 प्रतिशत जांचें प्रतिदिन RT-PCR विधि से की जाएं। कुल दैनिक जांच में RT-PCR जांच की संख्या बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने के लिये प्रभावी उपाय किए जाएं। रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों तथा बस अड्डों पर रैपिड एन्टीजन जांच की व्यवस्था को और प्रभावी किया जाए।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती किसानी और आसन्न पंचायत चुनाव के लिए बाहर से लोग गांव आ रहे हैं, इसलिए सावधानी और सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।
यूपी में 2 हजार से ज्यादा ऐक्टिव मरीज
योगी ने कहा कि सभी जिलों में निर्दिष्ट कोविड चिकित्सालयों को क्रियाशील रखा जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि ‘इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर’ पूरी सक्रियता से काम करें। उन्होंने संक्रमित व्यक्ति के संपर्कों का पता लगाने की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के निर्देश भी दिए। बता दें कि जहां एक तरफ महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में कोरोना वायरस एक बार फिर तेजी से अपने पांव पसार रहा है वहीं उत्तर प्रदेश में स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है। उत्तर प्रदेश में बुधवार को 250 से ज्यादा नए मामले सामने आए थे और कुल 2014 ऐक्टिव मरीज थे।
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