बहराइच. विदेश यात्रा से उत्तर प्रदेश के बहराइच लौटे जिले के 190 लोगों में से 16 लोगों को स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन अभी तक तलाश नहीं सका है। इन लोगों की तलाश के लिये शासन को सूचना भेजी गयी है। विदेशी यात्रियों की निगरानी कर रहे मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) प्रदीप यादव ने गुरुवार को बताया कि विदेश से आए सभी 16 लापता लोगों की तलाश में स्थानीय पुलिस और अभिसूचना इकाई को लगाया गया है और सरकारी रिकार्ड में मौजूद इनके मोबाइल नंबरों की ट्रैकिंग की जा रही है।
सीआरओ ने कहा कि ऐसा लगता है कि इन लोगों ने अपना पासपोर्ट तो बहराइच के पते से बनवाया होगा लेकिन बाद में ये कहीं और जाकर बस गए होंगे। उन्होंने कहा कि विदेश यात्रा से भारत वापस आने पर संभवतः ये बहराइच आए ही नहीं होंगे। इस संबंध में जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर सुरेश सिंह ने गुरूवार को बताया कि कोरोना वायरस को लेकर जारी अलर्ट के बाद से आव्रजन विभाग से प्राप्त सूचना के आधार पर चीन, थाईलैंड, दुबई, ईरान, सऊदी अरब, सिंगापुर, मलेशिया, कुवैत, मस्कट और शारजाह सहित विभिन्न देशों से भारत पहुंचे 190 ऐसे लोगों की सूची बनाई गई है जिनके पासपोर्ट में बहराइच निवास दर्ज है।
उन्होंने बताया कि इनमें से 16 लोगों की अभी तक कोई जानकारी न तो जिला प्रशासन के पास है और न ही स्वास्थ्य विभाग के पास। तीन लोग दूसरे राज्यों में अपना आगमन दर्ज करा चुके हैं। शेष 171 लोगों में से अधिकांश तक पुलिस और राजस्व विभाग की मदद से स्वास्थ्य विभाग पहुंच चुका है तथा शेष तक शीघ्र पहुंच रहा है। इन सबको अपने अपने घर में ही क्वारेंटाइन किया गया है। सिंह ने बताया कि जिन लोगों तक स्वास्थ्य टीम पहुंच चुकी है उनके घर के बाहर हरे रंग का क्वारेंटाइन स्टिकर चस्पा किया गया है। स्टिकर में लिखा है कि "ये विदेश से लौटे हैं। इन्हें अपने घर में अलग कमरे में रहने की सलाह दी गयी है। कृपया तारीख तक इनके घर न जाएं"।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि घर में क्वारेंटाइन किए गए विदेश यात्रा से लौटे इन लोगों के गांव में जाकर ग्राम प्रधान को ये जिम्मेदारी दी गयी है कि वो क्वारेंटाइन की तारीख तक इन्हें घर से बाहर न निकलने दें। सिंह ने कहा कि "राहत की खबर यह है कि टेस्टिंग के लिए बहराइच से भेजे गए सभी आठ संदिग्ध मरीजों के सैम्पल कोविड 19 जांच में निगेटिव पाए गये हैं।
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