नई दिल्ली. कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में सांसदों की निधि का इस्तेमाल करने के लिए मोदी सरकार ने दो साल के लिए एमपी फंड को सस्पेंड कर दिया। मोदी सरकार के इस फैसले का बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद श्याम सिंह यादव ने समर्थन किया है। उत्तर प्रदेश के जौनपुर से सांसद श्याम सिंह यादव ने तो यहां तक कह दिया कि संकट की इस घड़ी में सांसदों की सिर्फ दो साल नहीं बल्कि पूरे पांच साल की निधि ले लेनी चाहिए। दरअसल, केंद्र सरकार ने सोमवार को अहम फैसला किया था। जिसमें देश के लोकसभा और राज्यसभा के कुल 790 सांसदों को हर साल मिलने वाली पांच करोड़ रुपये की निधि को दो साल तक के लिए रोकने और वेतन में तीस फीसद की कटौती का निर्णय हुआ था।
मोदी सरकार के फैसले पर बसपा सांसद ने IANS से कहा, देश संकट की घड़ी से गुजर रहा है। अस्पतालों में उपकरणों की बहुत जरूरत है। इसमें पैसा लगता है। जान है तो जहान है। ऐसे में जरूरत पड़ने पर दो क्या पूरे पांच साल की भी निधि सरकार को ले लेनी चाहिए। मुझे अपनी पांच साल की निधि देने में भी खुशी होगी। बसपा सांसद ने कहा कि बेशक सांसद निधि से स्थानीय जनता की मांग पर उन कार्यों को करने में आसानी होती है, जिन्हें किन्हीं कारणों से शासन-प्रशासन नहीं कर पाता। लेकिन संकट ही इतना बड़ा गया है कि इस पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
यादव ने कहा, "जब मुझे पता चला कि जौनपुर में वेंटिलेटर की कमी है तो मैने चार वेंटिलेटर के लिए पैसा दिया। पहले संसदीय क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं की पड़ताल की और फिर जो चीजें कम लगीं, उनके लिए पैसा दिया। ताकि धनराशि का सही रूप से इस्तेमाल हो सके।" प्रशासनिक अफसर से राजनीति के मैदान में उतरने वाले श्याम सिंह यादव 2019 में पहली बार लोकसभा सांसद बने। उनका निशानेबाजी से गहरा नाता रहा है। वह 2008 में बीजिंग ओलंपिक में भाग लेने वाली नेशनल शूटिंग टीम को कोचिंग दे चुके हैं।
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