लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि दिल्ली-यूपी ब़ॉर्डर पर जहां भी लोग दाखिल हो रहे हैं उन्हें रोका जाए और आश्रय स्थल बनाकर उनके ठहरने के इंतजाम किये जाएं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि लॉकडाउन में किसी को कहीं जाने नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों,धार्मिक स्थलों और मदरसों में आश्रय स्थल बनाए जाएं और इन लोगों के खाने-पीने का इंतज़ाम किया जाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में किसी को घर से निकलने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी सरकार का कहना है कि दिल्ली में इन लोगों के रहने का इंतजाम नहीं हो पाया इसलिए उन्हें वहां से छोड़ दिया गया और बड़ी संख्या में ये लोग गाजीपुर के पास दिल्ली-यूपी बॉर्डर क्रॉस कर यूपी में दाखिल हो गए हैं।
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके भी लोगों से यह अपील की कि जो जहां है वहीं रहे। उन्होंने लोगों से कहा- 'कोरोना वायरस एक संक्रामक बीमारी है। लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों की यात्रा उनके व उनके परिवार सहित गृह जनपद के लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा को भी जोखिम में डाल सकती है। राज्य सरकार प्रतिबद्ध है कि विभिन्न प्रदेशों में रह रहे उत्तर प्रदेश के लोगों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।'
आपको बता दें कि दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा के पास गाजीपुर में शुक्रवार को सैकड़ों लोगों को यूपी के विभिन्न जिलों में अपने घरों की ओर पैदल जाते हुए नजर आए। एक वीडियो में बड़ी तादाद में लोगों को दिल्ली-बार्डर करते हुए देखा गया। इस वीडियो के सामने आने के बाद प्रशासनिक अमलों में हलचल मच गई जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन लोगों को रोकने और इनके ठहरने के लिए आश्रय स्थल का इंतजाम करने का निर्देश दिया।
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