लखनऊ: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उत्तर प्रदेश की सरकार ने 15 जिलों के प्रभावी क्षेत्रों को तत्काल प्रभाव से पूरी तरह सील करने का फैसला किया है। इन जिलों के प्रभावी इलाकों को अगली सूचना तक पूरी तरह सील करने का फैसला किया गया है। इन जिलों में लखनऊ, आगरा, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर (नोएडा), कानपुर, वाराणसी, शामली, मेरठ, बरेली, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, महाराजगंज, सीतापुर, सहारनपुर और बस्ती शामिल हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए प्रशासन ने बताया कि प्रभावी इलाकों में सिर्फ आवश्यक सेवाएं ही इस दौरान जारी रहेंगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा, '4-5 दिन में कोरोना प्रभावितों की संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। 343 से अधिक मामले प्रदेश में संक्रमित हैं और लगभग 165 लोग केवल तबलीगी जमात के हैं। पहले काफी हद तक कंट्रोल था लेकिन तबलीगी जमात के मामले सामने आने से संख्या बढ़ी है। जिन 15 जिलों में वायरल बढ़ा है वहां पर पूरी तरह से सील करने के निर्देश दिए गए हैं केवल आवश्यक वस्तुएं होम डिलिवरी के माध्यम से लोगों को मुहैया कराई जाएंगी।'
उन्होंने कहा कि लोगों को घर से बाहर निकलकर दुकानों या मंडी में आने की अनुमति नहीं होगी। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रत्येक घर की जांच की जाएगी और उसे सैनेटाइज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जितने भी पॉजिटिव लोग सामने आए हैं उनके कॉटैक्ट में आए लोगों को भी आइसोलेट किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा, 'तबलीगी जमात के प्रदेश में आए लोगों की लगभग सभी की सूचना पुलिस को उपलब्ध हैं। कुछ लोगों ने खुद अपनी जानकारी दी है लेकिन जो सामने नहीं आए हैं उनको तलाश करके उनकी पहचान की जा रही है और लगभग सभी की जांच हो चुकी है और अब उनके जो कॉटेक्ट हैं उनकी पहचान करके उनकी जांच की जा रही है।'
उन्होंने आगे कहा, 'स्वास्थ्य विभाग के लोग हों या पुलिस विभाग के लोग या फिर कोरोना से लड़ाई में शामिल आम नागरिक ही क्यों न हो, उसके साथ अभद्रता निंदनीय है और आपराधिक कार्रवाई है। उसके किसी काम में वाधा पहुंचाना गंभीर अपराथ है, इसमें जो भी लोग वाधा पहुंचा रहे हैं उनके खिलाफ कानून में जो कठिन से कठिन कार्रवाई हो सकती है वह की जा रही है। निश्चित रूप से तबलीगी जमात की यह बहुत बड़ी लापरवाही है और यह एक जांच का विषय है।'
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