Coronavirus: उत्तर प्रदेश में सामने आए 11 नए मामले, कुल मामलों की संख्या हई 61
अब तक नोएडा में सबसे ज्यादा 27 मामले हुए हैं जबकि आगरा में 10 लखनऊ में 8, वाराणसी और पीलीभीत में दो—दो, लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, कानपुर, जौनपुर, शामली, बागपत और मेरठ में एक—एक व्यक्ति कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित पाया गया है।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 11 नए मामले सामने आने के साथ राज्य में इसके मरीजों की संख्या बढ़कर 61 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में शनिवार शाम सात बजे तक कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए हैं। इनमें 9 नोएडा में तथा वाराणसी और मेरठ में एक-एक मामला शामिल है। इस तरह संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 61 हो गयी है।
अब तक नोएडा में सबसे ज्यादा 27 मामले हुए हैं जबकि आगरा में 10 लखनऊ में 8, वाराणसी और पीलीभीत में दो—दो, लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, कानपुर, जौनपुर, शामली, बागपत और मेरठ में एक—एक व्यक्ति कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित पाया गया है। अब तक कुल 14 संक्रमित मरीज ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं। इनमें आगरा के सात, नोएडा के चार, गाजियाबाद के दो और लखनऊ का एक मरीज शामिल है। बाकी का अभी इलाज हो रहा है। किसी की भी स्थिति गम्भीर नहीं हैं। प्रदेश के 75 में से 62 जिलों में कोविड—19 संक्रमण का अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है।
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण परीक्षण के लिये आठ लैब काम कर रही हैं। इनमें से तीन लखनऊ में जबकि अलीगढ़, वाराणसी, मेरठ, इटावा और गोरखपुर में एक—एक लैब है। नौवीं प्रयोगशाला बहुत जल्द झांसी में स्थापित की जा रही है। अभी तक जांच के लिए कुल 2196 नमूने लिये गये हैं, इनमें से 1993 नेगेटिव आये हैं जबकि 148 अभी जांच की प्रक्रिया में हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण की जांच के लिये आठ लैब काम कर रही हैं। इनमें से तीन लखनऊ में जबकि अलीगढ़, वाराणसी, मेरठ, इटावा और गोरखपुर में एक-एक लैब है। नौवीं लैब बहुत जल्द झांसी में बनायी जा रही है। अभी तक कुल 2196 नमूने लिये गये हैं। इनमें से 1993 नेगेटिव आये हैं और 148 अभी जांच की प्रक्रिया में हैं।
प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिये 5000 से ज्यादा पृथक बेड उपलब्ध हैं। इन्हें सार्वजनिक क्षेत्र की मदद से 15 हजार तक करने की योजना है। निजी अस्पतालों से भी अधिकांश जिलों में बात हो चुकी है। बहुत से अस्पतालों की ओर से यह पेशकश भी आई है कि जरूरत पड़ने पर वे खुद को पूरी तरह से कोविड अस्पताल में तब्दील कर देंगे। उन्होंने बताया कि हम पूरे प्रदेश में इलाज के लिये त्रिस्तरीय व्यवस्था बना रहे हैं।
सबसे निचले स्तर पर जो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं, वहां से एक या दो केन्द्रों के सारे मरीजों को दूसरे अस्पतालों में स्थानांतरित करके उन्हें पूरी तरह से कोविड अस्पताल बना दिया गया है। इन अस्पतालों में तैनात किए जाने वाले स्टाफ का प्रशिक्षण कार्य जारी है। प्रसाद ने बताया कि जिसे भी किसी प्रकार की समस्या या संक्रमण के लक्षण महसूस हों, वो सीएम हेल्पलाइन 1076 पर कॉल कर सकते हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन 18001805145 पर भी 24 घंटे बात करके सलाह और चिकित्सा सुविधाएं हासिल कर सकता है।