लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा है कि पिछले चार-पांच दिनों में जिस तरह से कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ी है उसे देखते हुए ये बता पाना मुश्किल है कि लॉक डाउन खुलेगा कि नहीं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 305 हो गई है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कल से आज के बीच कोरोना के कुल 27 नये केस सामने आए हैं। इसमें से 21 मामले तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। वहीं सीतापुर में जो 8 जमात के लोगों को टेस्ट कराया गया था उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलेगा, जैसा कि मीडिया में रिपोर्ट आ रही है, ऐसी संभावना अभी बहुत स्पष्ट नहीं है।'' उन्होंने कहा, ''तबलीगी जमात के जो मामले आये हैं, उनके कारण संवेदनशीलता बढी है और प्रदेश में जब तक एक भी मामला कोरोना वायरस का बच जाता है, लॉकडाउन नहीं खोलेंगे।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच की सुविधा मजबूत करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में जांच सुविधा नहीं होगी, वहां ‘टेस्टिंग कलेक्शन सेंटर’ बनाएंगे।
अवस्थी ने अपील करते हुए कहा, ‘‘किसी भी जनपद में धर्मस्थल या अन्य स्थान पर कोई भी रह गया है, जो संदिग्ध है, जिसकी तबियत खराब है या जिसने बीमार व्यक्ति के साथ संपर्क किया है, विलंब न करे क्योंकि जितना विलंब करेंगे, प्रदेश उतना पीछे रहेगा।’’ उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के आंकडों की वजह से कोरोना वायरस के जो मामले बढ़े हैं, वह चिन्ता का विषय हैं इसलिए लॉकडाउन पर फिर विचार करना होगा कि 14 अप्रैल के बाद खुल पाएगा या नहीं। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जैसे ही लॉकडाउन खोला जाएगा तो सुनिश्चित किया जाएगा कि हमारा प्रदेश कोरोना वायरस से मुक्त हो। हालांकि अभी संभावना नहीं है कि लॉकडाउन जल्दी खुल पाएगा। (इनपुट-भाषा)
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