कांग्रेस की 'तिकड़ी' का लखनऊ में रोड शो, शांत रहीं प्रियंका वाड्रा, राहुल गांधी ने लगवाए चौकीदार चोर है के नारे
मेगा रोड शो के जरिए उत्तर प्रदेश के चुनावी मैदान में पदार्पण करने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को अपने मोबाइल फोन के कैमरे में कैद करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक बेताब नजर आए।
लखनऊ: उत्तर पदेश के लिए कांग्रेस के नवनियुक्त महासचिवों प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ यहां रोड शो करने आए राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि राज्य में जब तक कांग्रेस की सरकार नहीं बनती है तब तक ‘‘मैं, प्रियंका और सिंधिया जी चैन से नहीं बैठेंगे।’’ पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पार्टी प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ लखनऊ में रोड शो करते हुए शाम को पार्टी कार्यालय पहुंचे राहुल ने कहा, ‘‘हमारे सामने लोकसभा का चुनाव है, मैंने प्रियंका और ज्योतिरादित्य से कहा है कि इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन होना चाहिए, मगर उत्तर प्रदेश के अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार भी बनानी होगी। ये आप दोनों की जिम्मेदारी है।’’
वहीं, मेगा रोड शो के जरिए उत्तर प्रदेश के चुनावी मैदान में पदार्पण करने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को अपने मोबाइल फोन के कैमरे में कैद करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक बेताब नजर आए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रियंका के रथ पर पुष्प वर्षा की और सड़क पर भी पंखुड़ियां बिखेर कर उनका शाही स्वागत किया। प्रियंका ने दिल जीतने के अंदाज में एक बच्ची को अपनी कार पर बैठा लिया और उसे पुचकारा भी। हालांकि प्रियंका ने रोड शो के दौरान कहीं भी जनसमूह को संबोधित नहीं किया। लेकिन, राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर जनकर हमला करने हुए चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया।
राहुल गांधी ने कहा ''इनका (प्रियंका गांघी और ज्योतिरादित्य सिंधिया) लक्ष्य लोकसभा में जरूर है, मगर इनका उद्देश्य विधानसभा में कांग्रेस की सरकार बनाने का है। हम यहां पर फ्रंट फुट पर खेलेंगे। जब तक यहां कांग्रेस पार्टी की सरकार नहीं बनेगी, तब तक सिंधिया, प्रियंका और मैं चैन से नहीं बैठेंगे। हम उत्तर प्रदेश में युवाओं, गरीबों और किसानों की सरकार लाएंगे।'' कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ''यह आपके (प्रियंका, ज्योतिरादित्य और उनकी टीम) लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं का संदेश है कि उत्तर प्रदेश में अगर कांग्रेस को खड़ा करना है तो जमीनी नेताओं को आगे बढ़ाना पड़ेगा।'' राहुल ने ये भी कहा कि वह बसपा अध्यक्ष मायावती और सपा मुखिया अखिलेश यादव का आदर करते हैं, मगर कांग्रेस अगला लोकसभा चुनाव अपनी विचारधारा के लिए उत्तर प्रदेश को बदलने के मकसद से पूरे दम से लड़ेगी।
राहुल ने कहा ''जो लोग हेलीकॉप्टर और हवाई जहाज में उड़ते हैं, उनसे आपका काम नहीं होने वाला। जो लोग गांव में लड़ेंगे, शहरों में लड़ेगे, सड़कों पर लड़ेंगे, उनको आगे बढ़ाइए। फिर देखिए कांग्रेस कैसे खड़ी होती है।'' उन्होंने कहा ''उत्तर प्रदेश का पिछड़ा, गरीब, किसान, युवा सभी यहां कांग्रेस की सरकार चाहते हैं। सबको इन्होंने आजमा लिया है और सबके सब नाकाम हो गये हैं। अब एक ही रास्ता है।'' कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘मोदी सरकार ने राफेल सौदे में भ्रष्टाचार किया। किसानों की बजाय उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया। हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा पूरा नहीं किया। आपके पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है। आप आगे बढ़ें और कांग्रेस की विचारधारा की लड़ाई लड़ें।’’
राजधानी लखनऊ स्थित हवाई अड्डा पहुंचने के बाद दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त महासचिवों - प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया- के साथ रोड शो शुरू किया जो करीब पांच घंटे तक चला। रोड शो में लोगों की जबरदस्त मौजूदगी में कांग्रेस अध्यक्ष को हवाई अड्डे से स्थानीय कांग्रेस कार्यलाय की लगभग 12 किलोमीटर की दूरी तय करने में साढे पांच बज गए। प्रदेश में जोरदार स्वागत के लिए सभी का दिल से धन्यवाद करते हुए राहुल ने राफेल मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर घेरते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार मिलेगा, मगर उन्होंने फायदा केवल अनिल अंबानी को पहुंचाया।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार कुछ उद्योगपतियों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर सकती है लेकिन हिंदुस्तान के किसानों का कर्ज नहीं माफ कर सकती है। चौकीदार चोर है, यह हिंदुस्तान की सचाई है।’’ राहुल ने कहा कि मोदी की सचाई एक के बाद एक खुल चुकी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ में छपी खबर के संदर्भ में कहा, ‘‘चौकीदार ने राफेल खरीद में समानान्तर सौदेबाजी की। वायुसेना और रक्षा मंत्रालय कहते हैं कि चौकीदार चोर है। रक्षा सौदे में साफ लिखा जाता है कि अगर खरीद में भ्रष्टाचार होता है तो उस पर सरकार कार्रवाई कर सकती है। मगर मोदी ने अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये दिलाने के लिए उस प्रावधान को ही हटा दिया।