A
Hindi News भारत उत्तर प्रदेश सीएम योगी का महाअभियान, बनाए जाएंगे खादी के 66 करोड़ ट्रिपल लेयर स्पेशल मास्क

सीएम योगी का महाअभियान, बनाए जाएंगे खादी के 66 करोड़ ट्रिपल लेयर स्पेशल मास्क

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। राज्य में कोविड-19 मरिजों की संख्या अब तक बढ़कर 174 हो गई है। इसे देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महाअभियान की घोषणा की है।

सीएम योगी का महाअभियान, बनाए जाएंगे 66 करोड़ खादी के ट्रिपल लेयर स्पेशल मास्क- India TV Hindi सीएम योगी का महाअभियान, बनाए जाएंगे 66 करोड़ खादी के ट्रिपल लेयर स्पेशल मास्क

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। राज्य में कोविड-19 मरिजों की संख्या अब तक बढ़कर 174 हो गई है। इसे देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महाअभियान की घोषणा की है। इसके तहत प्रदेश की 23 करोड़ जनता के लिए 66 करोड़ खादी के ट्रिपल लेयर स्पेशल मास्क बनाए जाएंगे। ये स्पे़शल मास्क ग़रीबों को मुफ्त में मिलेगा और बाक़ी लोगों को बेहद सस्ते दामों पर बेचा जाएगा। यह मास्क कई बार इस्तेमाल किया जा सकेगा। प्रदेश के हर नागरिक को दो दो मास्क मिलेंगे। यदि लॉकडाउन समाप्त होता है तो एपेडमिक एक्ट के तहत सबको यह मास्क पहनना जरूरी होगा। सीएम योगी ने निर्देश जारी किया है कि बिना मास्क घर के बाहर निकलने की बिल्कुल अनुमति नहीं होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कोरोना वायरस के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा करने के लिए अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसके बाद उन्होंने यह आदेश दिया। साथ ही सीएम योगी ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए सरकार के प्रयासों का समर्थन करने के लिए बसपा विधायकों को निर्देश देने के लिए बहुजन समाज पार्टी प्रमुख, मायावती को धन्यवाद दिया।

योगी ने कहा है कि सरकार ने एक हजार करोड़ रुपये का कोरोना केयर फंड तैयार करने का फैसला किया है। इस फंड से टेस्टिंग लैब की सुविधाएं बढ़ाने के साथ इलाज में जरूरी और उपकरणों मसलन वेंटीलेटर, मास्क, सेनिटाइजर, पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) आदि की व्यवस्था की जाएगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के संक्रमण के दौरान एनेस्थेसिया, फीजिशियन, बच्चों और महिलाओं के डॉक्टर्स की सर्वाधिक जरूरत होती है। निजी क्षेत्र में संबंधित विशेषज्ञता के कितने डॉक्टर्स हैं, उनकी सूची तैयार करें। इनको प्रशिक्षण दें ताकि जरूरत पर इनसे मदद ली जा सके। इसी तरह के प्रशिक्षण की जरूरत इनके पैरामेडिकल स्टाफ और आयुष विभाग के चिकित्सकों और उनके स्टॉफ को भी होगी। जरूरत पडऩे पर निजी चिकित्सालयों के कितने बेड और वेंटीलेटर उपलब्ध हो सकते हैं इसकी भी सूची तैयार करें।

Latest Uttar Pradesh News