यूपी में जातीय दंगा भड़काने की साजिश रच रहा विपक्ष, CM योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान
हाथरस और बलरामपुर कांड के बाद गरमाती राजनीति के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है।
लखनऊ। हाथरस और बलरामपुर कांड के बाद गरमाती राजनीति के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है। देश भर में जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार (4 अक्टूबर) को कहा कि 'जिसे विकास अच्छा नहीं लग रहा, वे लोग देश में और प्रदेश में भी जातीय दंगा, सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं, इस दंगे की आड़ में विकास रुकेगा। इस दंगे की आड़ में उनकी रोटियां सेंकने के लिए उनको अवसर मिलेगा, इसलिए नए-नए षड्यंत्र करते रहते हैं।'
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंगरेप व हत्या की घटना के खिलाफ जहां पूरे देश भर में विरोध-प्रदर्शन जारी है वहीं इस मामले में राजनीति भी जोर पकड़ रही है। बीते दिनों कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने हाथरस का दौरा किया और वहां पीड़ित परिवार से मुलाकात की। विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्ष हाथरस मामले को लेकर जातीय तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहा है। उन्हें ये विकास अच्छा नहीं लग रहा है इसलिए वे जातीय व सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहता है। इस दंगे की आड़ में उन्हें अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का अवसर मिलेगा। लेकिन उनके इन षड़यंत्रों से आगाह होते हुए हमें विकास की इस प्रक्रिया को तेजी के साथ आगे बढ़ाना होगा।
फर्जी पोस्ट डालकर मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश
दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक फर्जी बयान सोशल मीडिया पर वायरल कर उन्हें बदनाम करने की साजिश का खुलासा हुआ है। लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली की नरही चौकी के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर भूपेन्द्र कुमार सिंह की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई। इस वायरल मैसेज में एक स्क्रीन शॉट लगाकर उसमें मुख्यमंत्री को विवादित बयान देते दिखाया गया है। यह स्क्रीनशॉट फर्जी पाए जाने पर पुलिस ने फेसबुक यूजर मुन्ना यादव के खिलाफ 11 धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। इससे विभिन्न समुदायों के बीच कटुता फैलाने का प्रयास किया गया था।
विपक्ष जातीय दंगे कराना चाहता है: रमापति शास्त्री
उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री और भाजपा के प्रमुख दलित नेता रमापति शास्त्री ने हाथरस मामले पर रविवार को कहा है कि 'विपक्ष गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है, विपक्ष नहीं चाहता सच सामने आए।' इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में शनिवार की रात भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए, 153-बी (किसी भी जाति, समुदाय आदि के विरूद्ध किसी भी प्रकार से बोलना, लिखना और नफरत फैलाना) समेत कई गंभीर धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस की तहरीर में मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की साजिश और जातीय विद्धेष भड़काने का आरोप है।
हजरतगंज कोतवाली के नरही चौकी प्रभारी की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि ''सोशल मीडिया पर मुन्ना यादव नाम के उपयोगकर्ता के अकाउंट के साथ एक न्यूज चैनल के फर्जी समाचार का स्क्रीन शाट संलग्न है जिसमें मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है।'' तहरीर में लिखा है कि ''स्क्रीन शाट में मुख्यमंत्री की फोटो के साथ यह बयान दिया गया है कि ठाकुरों से गलतियां हो जाती हैं-योगी।'' चौकी प्रभारी ने तहरीर में यह आशंका जताई है कि इससे लोक शांति भंग हो सकती है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज
उल्लेखनीय है कि हाथरस में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और मौत के मामले में विपक्ष ने सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया है। इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के शनिवार को हाथरस जाने के दौरान यहां डीएनडी फ्लाईओवर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के कथित तौर पर हंगामा करने को लेकर करीब 500 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कथित तौर पर धारा 144 का उल्लंघन करने और महामारी अधिनियम के तहत यह मामला शनिवार देर रात थाना सेक्टर-20 में दर्ज किया गया।