उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों की सड़कों पर गायों और आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार हरकत में आ गई है। सीएम योगी ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को सड़कों पर घूम रही गायों और आवारा पशुओं को गो संरक्षण केंद्र भेजने का आदेश दिया है। इसके लिए 10 जनवरी की डेडलाइन तय की गई है। ऐसे में एक हफ्ते के भीतर भी पशुओं को गो संरक्षण भेजने के राज्य सरकार के आदेश से प्रशासनिक अधिकारियों के पसीन छूट गए हैं।
सीएम योगी ने बुधवार को सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। जिसमें योगी ने सभी जिलाधिकारियो को आदेश दिया कि जिस गौ संरक्षण केंद्र में बाउंड्री न हो वहां फेंसिंग कराई जाए,पशुओं के चारे पानी की व्यवस्था की जाए,गौ संरक्षण केंद्र में केयरटेकर तैनात किया जाए।
सरकारी आंकड़ो के मुताबिक यूपी में 5 करोड़ जानवर है,जिसमे दो करोड़ गोवंश है।यूपी में योगी सरकार बनने के बाद गोकशी और गो तस्करी में कमी आई है लेकिन इसका असर सड़को और खेतों में दिखाई दे रहा है। सड़को पर घूम रही गायों से हादसे हो रहे है और गाय किसानों की फसल खा रही है जिससे किसान परेशान है।
सीएम योगी ने आज सभी जिलों के डीएम से कहा कि गौ संरक्षण केंन्द्र में गायों और आवारा जानवरो को बंद करने से सड़कों पर गाय की वजह से हो रहे हादसे भी नही होंगे और किसानों की परेशानी भी दूर होगी।लेकिन बड़ा सवाल ये है कि दस जनवरी तक सड़को पर घूम रही गायों को डीएम कैसे गौ संरक्षण केंद्र में बंद करेंगे।
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