बलिया. उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में गुरुवार को पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन कर चक्का जाम कर दिया। पुलिस समझाने पहुंची तो झड़प हो गई। तभी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पथराव में एएसपी और उनके गनर घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में एसपी ने दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) देवेंद्र नाथ ने बताया कि बलिया रसड़ा के धोबई गांव के रामदुलारी ने भतीजे पन्ना लाल राजभर से कमरा खाली कराने के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया था। इस संबंध में चौकी से आरक्षक गए थे। चौकी इंचार्ज ने उनसे पूछताछ भी की। पन्ना लाल का आरोप था कि उनके साथ मारपीट हुई और अभद्र व्यवहार किया गया। जिस कारण रसड़ा में इन लोगों ने जाम लगाया था। बातचीत हो गयी थी। ज्ञापन की कार्यवाही की जानी थी। लेकिन कुछ अराजक तत्वों के उकसाने पर पथराव की घटना हुई, जिसमें हमारे एडिशनल एसपी और उनके गनर समेत अन्य कई लोग घायल हो गए। इस मामले में पथराव करने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ केस दर्ज किया गया और लापरवाही बरतने के सबंध में चौकी इंचार्ज और कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बलिया के रसड़ा क्षेत्र के धोबई गांव निवासी पन्ना राजभर (35) पारिवारिक विवाद के बाद दक्षिणी पुलिस चौकी गया था। आरोप है कि चौकी इंचार्ज सिपाही ने उसे लाठी-डंडों से जमकर पीटा। पिटाई से पन्ना बेहोश हो गया। इस पर पुलिसकर्मी उसे रसड़ा पीएसची ले गए। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफ र कर दिया गया। यह बात जब परिवार को पता लगी तो वे ग्रामीणों के साथ आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर मोड़ पर धरने पर बैठ गए। यहां पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चक्का जाम कर दिया।
सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, इस दौरान ग्रामीणों के साथ उनकी झड़प हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। इस दौरान एएसपी अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिसकर्मियों को मौके से भागना पड़ा। कुछ देर बाद थाने से और फोर्स पहुंची। पीएसी को भी बुलाया गया। पीएसपी व पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया है।
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