मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अगुवाई में निर्वाचन आयोग के दल ने आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए बृहस्पतिवार को प्रदेश के सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आयोग की टीम ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ पूर्वाहन से शुरू होकर देर रात तक चली मैराथन बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से कराने के लिए अब तक की तैयारियों का जायजा लिया।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने मतदान के दौरान व्यवधान ना उत्पन्न होने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट मशीन की समय रहते जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने साथ ही कहा कि रिजर्व वोटिंग मशीनों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से लैस वाहनों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मतदाताओं को निर्वाचन आयोग की हेल्पलाइन 1950 के बारे में जानकारी दी जाए और सोशल मीडिया की निगरानी करने के लिए हर जिले में मीडिया सेंटर स्थापित किया जाए।
अरोड़ा ने कहा कि चुनाव के दौरान धार्मिक, सामुदायिक, जाति और क्षेत्र के आधार पर भेदभाव न पनपने पाए। इसके लिए सामाजिक संगठनों, गणमान्य व्यक्तियों और गैर सरकारी संगठनों की मदद ली जाए। संवेदनशील क्षेत्रों को चयनित कर वहां सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा दिया जाए। प्रदेश से लगी सीमाओं पर खास चौकसी बरती जाए। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाए। इसके लिए ऐसे मतदान केंद्रों को पहले ही चिन्हित किया जाए।
उन्होंने कहा कि आयोग के सभी निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाए और लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस बैठक में प्रदेश के सभी मंडल आयुक्त, जिलाधिकारी, क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, परिक्षेत्र उपमहानिरीक्षक तथा जिला पुलिस प्रमुख मौजूद थे।
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