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बाबरी कलंक को मस्जिद कहना इस्लाम के जायज सिद्धांतों के खिलाफ: वसीम रिजवी

अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का मुद्दा एक बार फिर राजनीति के केंद्र में है। अयोध्या आंदोलन से जुड़े संतों की उच्चाधिकार समिति की आज दिल्ली में अहम बैठक हो रही है।

बाबरी कलंक को मस्जिद कहना इस्लाम के जायज सिद्धांतों के खिलाफ: वसीम रिजवी- India TV Hindi बाबरी कलंक को मस्जिद कहना इस्लाम के जायज सिद्धांतों के खिलाफ: वसीम रिजवी

नई दिल्ली: दिल्ली में राम मंदिर को लेकर संतो की बैठक से पहले शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने अयोध्या को लेकर बड़ा बयान दिया। वसीम रिजवी ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी जो एएसआई की खुदाई से साबित हुई है। वसीम रिजवी ने कहा कि बाबरी कलंक को मस्जिद कहना इस्लाम के जायज सिद्धांतों के खिलाफ है।

वसीम रिजवी ने कहा, ‘’वक्त है, बाबरी मुल्लाओं अपने गुनाहों की तौबा करो। पैगंबर मोहम्मद के इस्लाम को मानो और आतंकी अबु बक्र की विचारधारा को छोड़ो। समझौते की मेज पर बैठकर राम का हक हिंदुओं को वापस करो। नई अमन की मस्जिद लखनऊ में जायज पैसों से बनाने की पहल करो।‘’

गौरतलब है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का मुद्दा एक बार फिर राजनीति के केंद्र में है। अयोध्या आंदोलन से जुड़े संतों की उच्चाधिकार समिति की आज दिल्ली में अहम बैठक हो रही है। इस बैठक में राम मंदिर को लेकर संत समाज बड़ा फैसला कर सकते हैं। संतों की बैठक की पूरी रूपरेखा विश्व हिंदू परिषद ने बनाई है। वीएचपी ने कहा है कि संत जो भी फैसला करेंगे वो उसके पीछे चलेगी।

अयोध्या को लेकर संतों की उच्चाधिकार समिति में करीब 80 संत हैं और महंत नृत्य गोपालदास संतों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। परमानंद जी महाराज समेत करीब 50 संत शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण को लेकर संत बड़ा फैसला कर सकते हैं जिसमें मंदिर के लिए कारसेवा शुरू करने का भी मामला है।

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