महोबा (उप्र): उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के गांवों में लॉकडाउन के दौरान गांवों में हरी सब्जी बेचने गए मुस्लिम विक्रेताओं के साथ जमाती कहकर ग्रामीणों द्वारा कथित रूप से अभद्रता करने और उन्हें गांवों से भगा देने के मामले में सोमवार को जांच शुरू हो गई है। अपर जिलाधिकारी (एडीएम) रामसुरेश वर्मा ने 'आईएएनएस' को बताया, सोमवार को दो सब्जी व्यवसायी उनके सामने पेश होकर आरोप लगाया कि वे मंडी समिति से अनुमति लेकर शनिवार और रविवार को सिजहरी, सूपा, चिकारा, रैपुरा आदि कई गांवों में सब्जी बेचने गए थे। जहां ग्रामीणों ने पहले तो सब्जी खरीदी, लेकिन मुसलमान होने का पता चलने पर उसके साथ अभद्रता की और उसे गांवों से भगा दिया है।
उन्होंने बताया, मामले की जांच सदर उपजिलाधिकारी की सौंपी गई है, जांच रिपोर्ट मिलते ही उचित कार्रवाई की जाएगी। महोबा के पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार से जब इस विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में यह घटना नहीं है। हो सकता है कि डीएम या एडीएम की जानकारी में हो।
वहीं, सब्जी व्यवसायी मो. इसरार ने बताया, पन्द्रह मुस्लिम लोगों को गांवों में हरी सब्जी बेचने की अनुमति मिली हुई है। शनिवार को जब उनके साथ ग्रामीणों ने जमाती कहकर और थूंक लगाकर सब्जी बेचने का आरोप लगाकर अभद्रता की तो उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन जब रविवार को भी ऐसा ही हुआ, तब सोमवार को अपर जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की गई।
मो. इसरार ने बताया, एडीएम के आदेश पर सदर उपजिलाधिकारी ने आज ही सभी सब्जी व्यवसायियों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और वे तहसीलदार के साथ उन गांवों में भी गए हैं, जहां से अभद्रता कर भगाया गया है।
Latest Uttar Pradesh News