लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पांच बार विधायक रह चुके राम प्रसाद को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निकाल दिया है। इसके साथ ही पार्टी ने शनिवार को तीन अन्य विधायकों को भी बाहर का रास्ता दिखाया है। इसमें बस्ती के विधायक राजेंद्र चौधरी, दूधराम और जितेंद्र कुमार शामिल हैं।
बस्ती के बसपा जिला अध्यक्ष संजय धुसिया ने कहा कि ये नेता पिछले कई महीनों से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। उन्हें कई बार चेतावनी भी दी गई थी। सूत्रों ने कहा कि ये निष्कासित नेता समाजवादी पार्टी (सपा) का दामन थाम सकते हैं।
वहीं, पूर्व सांसद और मायावती सरकार में मंत्री रह चुके राम प्रसाद चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि इस बारे में उन्होंने फिलहाल कुछ नहीं सोचा है।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि पार्टी सुप्रीमो मायावती मुझसे क्यों नाराज हैं। मैंने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उसके तुरंत बाद मुझे निष्कासन से संबंधित नोटिस थमा दिया गया। मैं राजनीति में बना रहूंगा, लेकिन किस पार्टी में शामिल होना है, यह अभी तय नहीं किया है।"
इससे पहले हाल ही में बसपा के पूर्व एमएलसी और पूर्व वित्त मंत्री केके गौतम भी सपा में शामिल हुए थे।
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