लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने नीति आयोग की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति खराब होने की बात सामने आने पर बृहस्पतिवार को प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।
मायावती ने ट्वीट किया ‘‘नीति आयोग की रिपोर्ट सरकार को लज्जित करने वाली है कि जन स्वास्थ्य के मामले में यूपी देश का सबसे पिछड़ा राज्य है। तो फिर केन्द्र व यूपी में बीजेपी की सरकार होने पर ऐसी डबल इंजन वाली सरकार का क्या लाभ? ऐसा विकास करोड़ों जनता के किस काम का जिसमें उसका जीवन पूरी तरह से नरक बना हुआ है?''
दूसरे ट्वीट में बसपा नेता ने भाजपा शासित झारखंड में भीड़ के हाथों युवक की मौत तथा देश हो रही अन्य घटनाओं पर सरकार को घेरा। उन्होंने ट्वीट में कहा ‘‘बीजेपी सरकारें ऐसे जातिवादी व धार्मिक उन्मादी जघन्य अपराध अपने राज्यों में लगातार क्यों होने देती हैं जिससे पूरा राज्य व वहाँ की सरकार ही नहीं बल्कि देश की भी बदनामी होती है और पीएम को भी शर्मिन्दा होना पड़ता है। वैसे अब तो पुलिस व सरकारी कर्मचारी भी इस नई आफत के शिकार हैं।''
गौरतलब है कि स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं के मोर्चे पर पिछड़े बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा मंगलवार को एक नयी तुलनात्मक रिपोर्ट में पहले से अधिक फिसड्डी साबित हुए हैं। इसके विपरीत हरियाणा, राजस्थान और झारखंड में हालात उल्लेखनीय रूप से सुधरे हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा विश्वबैंक के तकनीकी सहयोग से तैयार नीति आयोग की ‘स्वस्थ्य राज्य प्रगतिशील भारत’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में राज्यों की रैंकिंग से यह बात सामने आयी है। इस रपट में इन्क्रीमेन्टल रैंकिंग यानी पिछली बार के मुकाबले सुधार के स्तर के मामले में 21 बड़े राज्यों की सूची में बिहार 21वें स्थान के साथ सबसे नीचे है। इसमें उत्तर प्रदेश 20वें, उत्तराखंड 19वें और ओड़िशा 18वें स्थान पर हैं।
रिपोर्ट के अनुसार संदर्भ वर्ष 2015-16 की तुलना में 2017-18 में स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहार का संपूर्ण प्रदर्शन सूचकांक 6.35 अंक गिरा है। इसी दौरान उत्तर प्रदेश के प्रदर्शन सूचकांक में 5.08 अंक, उत्तराखंड 5.02 अंक तथा ओड़िशा के सूचकांक में 3.46 अंक की गिरावट आयी है।
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