बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रेवती इलाके में पिछले हफ्ते हुए गोलीकांड में आरोपी पक्ष के साथ खड़े भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुरेंद्र सिंह के तेवर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नोटिस जारी करने के बाद भी नरम नहीं पड़ रहे हैं। सिंह ने पिछले गुरुवार को रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर ग्राम में बीजेपी नेता धीरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा कथित रूप से चलाई गई गोली का शिकार बने जय प्रकाश पाल गामा को अपराधी करार देते हुए कहा है कि एक सैनिक के हाथों अपराधी की मौत हुई है।
आरोपी धीरेंद्र के पक्ष में खुलकर सामने आए सुरेंद्र सिंह
अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी के बैरिया क्षेत्र के विधायक सिंह गुरुवार को मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के समर्थन में ना सिर्फ खुलकर सामने आ गए है, बल्कि उन्होंने ‘एक सैनिक के हाथों अपराधी की मौत’ होने का बयान देकर हत्या को ही सही ठहरा दिया। उन्होंने गुरुवार को अपने आवास पर कहा, ‘जय प्रकाश पाल गामा अपराधी था। उसके विरुद्ध ट्रेन डकैती समेत विभिन्न अपराधों के 4 मामले दर्ज थे। गामा ने अपने गांव के त्रिलोकी नाथ तिवारी की भूमि पर जबर्दस्ती कब्जा कर लिया था तथा प्रतिरोध करने पर त्रिलोकी नाथ तिवारी पर जान लेने की नीयत से हमला किया था।’
विधायक ने कहा, सैनिक के हाथों हुई अपराधी की मौत
बीजेपी विधायक ने इसके साथ ही कहा कि एक सैनिक के हाथों अपराधी की मौत हुई है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी उनके साथ है। यह पूछे जाने पर कि जब पार्टी नेतृत्व कदम को सही ठहरा रहा है तो फिर नोटिस जारी क्यों किया, सिंह ने कहा कि यह परंपरा है। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र प्रताप सिंह से गलती हुई है, लेकिन वह अपराधी नहीं है। बीजेपी विधायक ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर पोस्ट कर अपने कदम का सार्वजनिक रूप से इजहार कर दिया है। उन्होंने लिखा है, ‘विपत्ति काल मे अपने सहयोगी, संबंधी, भाई और कार्यकर्ताओं को छोड़ना महापाप होता है। इसलिए हमने अपने धर्म का निर्वहन किया है और करता रहूंगा, चाहे इसके लिए मुझे किसी भी कठिनाई का सामना करना पड़े, वह मुझे सहर्ष स्वीकार होगा।’
विधायक के बेटे ने कहा, जिन्हें पद से प्यार है वे डरें
बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र विद्या भूषण सिंह हजारी ने भी अपने पिता के सुर में सुर मिलाते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया है, ‘जिन नेताओं को पद से प्यार है डरते रहें, हमें अपने कार्यकर्ताओं का सम्मान एवं प्रतिष्ठा ही प्यारी है। सत्य पराजित नहीं हो सकता।’ गौरतलब है कि पिछले गुरुवार को जिले के रेवती इलाके में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन के दौरान विवाद के बाद बीजेपी नेता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने गोली चलाई थी जिसकी चपेट में आने से जयप्रकाश पाल नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी। धीरेंद्र को पिछले रविवार को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था। बलिया के बैरिया क्षेत्र से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह शुरू से ही आरोपी के पक्ष में खुलकर आ गए थे। (भाषा)
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