नड्डा ने बनाई चुनावी रणनीति, गांव-गांव जाएंगे सांसद और मंत्री, बताएंगे सरकार की उपलब्धियां, रूठो को भी मनाएंगे
पश्चिमी यूपी के कुछ मंत्रियों ने गन्ना किसानों की समस्या और आंदोलन से बने माहौल का चुनाव में कितना असर रहेगा इस बारे में भी नड्डा का ध्यान आकर्षित करवाया है। एक सांसद ने किसान आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास करने की बात कही है।
लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार और संगठन के साथ रणनीति तैयार की है। इस दौरान राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, मुख्यमंत्री योगी, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल और राज्य के सांसद मौजूद रहे। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद मंत्रियों के सवाल-जवाब का दौर चला। कुछ मंत्रियों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया। खास कर पश्चिमी यूपी के लोगों से किसान आंदोलन का फीडबैक लिया गया।
एक मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्देश है कि 2022 के चुनाव में सत्ता पाने के लिए सांसदों और विधायको को आपसी तालमेल ठीक रखना पड़ेगा। गांव-गांव जाकर लोगों के बीच केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धि बतायें। क्योंकि आपके मोदी और योगी जैसा नेता है। इतना अच्छा नेतृत्व बहुत मुश्किल से मिलता है। सभी को साथ लेकर चलें। आपसी समंजस्य बहुत जरूरी है। संगठन मजबूत है। विपक्ष के कुतर्कों का भी जवाब दें। सबको साथ लेकर चलें।
पश्चिमी यूपी के कुछ मंत्रियों ने गन्ना किसानों की समस्या और आंदोलन से बने माहौल का चुनाव में कितना असर रहेगा इस बारे में भी नड्डा का ध्यान आकर्षित करवाया है। एक सांसद ने किसान आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास करने की बात कही है। एक मंत्री ने कहा बिजली के बिल की गड़बड़ी और एक ने पेट्रो कीमतों को कम करने का सुझाव दिया है। जो भी योजनाओं अटकी हैं उसे जल्द पूरा कर लें। प्रवास के दौरान मलिन बस्तियों पर जरूर जायें वरना इसे पूरा नहीं माना जायेगा।
इससे पहले हुई विधानसभा प्रभारी की बैठक में नड्डा ने सभी से कहा कि दोबारा सत्ता में आने के लिए रूठों को मनाना होगा। बूथ समितियों में निष्क्रिय लोगों को बाहर का रास्ता दिखाना होगा। लेकिन सिस्टम से जिलाध्यक्ष और महामंत्री के माध्यम से उसे बाहर करें। उनकी जगह ऊजार्वान और नौजवान लोगों को जगह दें। केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धि आम जन तक जरूर पहुंचे इसका विशेष ख्याल रहे। प्रभारी चुनाव नहीं लड़ पायेंगे। इस बात पर अगर आपत्ति है तो पहले संगठन को सूचित कर दें। इसके अलावा आस-पास के मंदिरों के पुजारियों और धर्मगुरुओं मेल जोल बढ़ाएं जिससे उनसे मिलने वाले पार्टी से जुड़े। विदित हो कि भाजपा ने अभी हाल में गुरुपूर्णिमा के अवसर पर मठ मंदिरों के पुजारियों का सम्मान किया था।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हमारे मंत्री सांसदों के साथ बैठक हुई है। उसमें उनके आये सुझावों को नोट किया गया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर पन्ना प्रमुखों का सम्मेलन होगा। जितने भी शक्ति केंद्र के प्रभारी रक्षाबंधन के बाद सभी शक्ति केंद्रों को राष्ट्रीय अध्यक्ष वर्चुअल संबोधित करेंगे।