वाराणसी: एक महिला वैज्ञानिक को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की प्रयोगशाला बंद कर दी गई है और वहां एकत्र किए गए नमूने अब लखनऊ भेजे जा रहे रहे हैं। वैज्ञानिक शुक्रवार को वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया, "बीएचयू की लैब से कुल मिलाकर 64 रिपोर्टों का इंतजार किया जा रहा था। कोई रिपोर्ट प्राप्त होने की संभावना नहीं दिखने पर गत शुक्रवार को लैब को बंद कर दिया गया।"
उन्होंने कहा कि संपर्क में आने से संक्रमित हुए लोगों का पता लगाया जा रहा है। शनिवार को जो 46 नमूने एकत्र किए गए, उनमें एक परिवार के 9 सदस्यों सहित बीएचयू की संक्रमित महिला वैज्ञानिक के रिश्तेदारों के भी नमूने हैं।
इन नमूनों को जांच के लिए लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की लैब में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल को संक्रमित पाए गए 9 लोगों के निकट संपर्क में जो 35 लोग आए थे, उन सबकी पहचान कर ली गई है और उनके नमूने रविवार को एकत्र किए जा रहे हैं।
कोरोना के लक्षण वाले ये लोग हॉटस्पॉट इलाकों में पाए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि पहचान किए गए इन लोगों के नमूने लेने के लिए इन सबको ईएसआई अस्पताल ले जाया जा रहा है। इनमें से कुछ लोगों के रिश्तेदारों ने कहा कि वे अपने घर में ही नमूना देना चाहते हैं, तो उनके लिए वैसी ही व्यवस्था की जा रही है।
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