बलिया गोलीकांड का आरोपी अब तक फरार, पुलिस ने घोषित किया 50 हजार रुपये का इनाम
बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू अब तक फरार है। वहीं आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने खुद वीडियो जारी कर दावा किया था कि उसने कोई गोली नहीं चलाई।
बलिया: बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू अब तक फरार है। वहीं आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने खुद वीडियो जारी कर दावा किया था कि उसने कोई गोली नहीं चलाई। इस बीच गोलीकांड में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह सहित 6 वांछितों के खिलाफ पुलिस ने 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। उनके विरुद्ध रासुका एवं गैंगस्टर के अंतर्गत कार्रवाई की घोषणा की है। पुलिस के मुताबिक शनिवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जबकि शुक्रवार को दो की गिरफ़तारी की गयी थी। अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने बताया कि पुलिस ने शनिवार को मुन्ना यादव, राजप्रताप यादव तथा राजन तिवारी को गिरफ्तार किया है जबकि शुक्रवार को देवेन्द्र प्रताप सिंह एव नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया था।
उनके अनुसार इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या अब पांच हो गई है और उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक इस मामले में कुल आठ नामजद एव 20 से 25 अज्ञात आरोपी हैं। मामले में मुख्य आरोपी सहित छह नामजद आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष चंद्र दूबे ने रेवती कांड के फरार आरोपियों के विरुद्ध 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है, साथ ही आरोपियों के विरुद्ध रासुका व गैंगस्टर के अंतर्गत कार्रवाई की घोषणा भी की है।
इसके पहले पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ के स्तर पर फरार आरोपियों के विरुद्ध 25-25 हजार रुपये इनाम घोषित किये गये थे। घटना का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्ल्यू अभी भी फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 12 टीमें गठित की है। इस बीच मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने स्वयं को निर्दोष करार देते हुए दावा किया है कि रेवती की घटना में उसके परिवार के एक व्यक्ति की भी मौत हो गई है तथा आधा दर्जन लोग घायल हैं।
स्वयं को पूर्व सैनिक संगठन का अध्यक्ष बताते हुए धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्ल्यू ने सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शुक्रवार रात जारी वीडियो इस घटना को पूर्व नियोजित करार दिया एवं कहा है कि उसने आवंटन के लिये बैठक शुरू होते ही उप जिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक व अन्य अधिकारियों से बवाल होने की संभावना जताई थी, लेकिन अधिकारियों ने उसकी बात पर कोई ध्यान नही दिया।
धीरेंद्र ने कहा कि अधिकारियों की मौजूदगी में उसके 80 वर्षीय वृद्ध पिता एवं भाभी पर हमला किया गया। अधिकारियों पर दूसरे पक्ष से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए दावा धीरेंद्र ने किया है कि इस घटना में उसके परिवार के एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना उसे मिली है। उसके अनुसार एक व्यक्ति की हालत नाजुक बनी हुई है तथा उसके पक्ष के आठ से अधिक लोग घायल हुए हैं। उसने कहा है कि उसे नही जानकारी है कि जय प्रकाश पाल गामा की मौत किसकी गोली लगने से हुई है।
उधर भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने रेवती कांड में दूसरे पक्ष की तरफ से मुकदमा दर्ज करने के लिए जिला प्रशासन को एक सप्ताह का समय दिया है तथा मुकदमा दर्ज नही होने पर एक सप्ताह के बाद समर्थकों के साथ स्वयं रेवती थाना पर धरना देने की चेतावनी दी है। आरोपियों के बचाव में खुलकर सामने आए भाजपा विधायक ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के समय यादवों द्वारा किये गये हत्या पर चुप्पी साध रखी थी।