बलिया कांड: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में धीरेंद्र सिंह, पुलिस को दिया कबूलनामा
बलिया के रेवती थाना क्षेत्र में दुर्जनपुर में राशन की दुकान के आवंटन के दौरान गोलीबारी में 46 साल की व्यक्ति की मौत के मामले में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को सोमवार को बलिया की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बलिया (उत्तर प्रदेश): बलिया के रेवती थाना क्षेत्र में दुर्जनपुर में राशन की दुकान के आवंटन के दौरान गोलीबारी में 46 साल की व्यक्ति की मौत के मामले में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को सोमवार को बलिया की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मुख्य आरोपी सिंह को सोमवार को पुलिस ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रमेश कुशवाहा की अदालत में पेश किया था। अदालत में विवेचना अधिकारी ने आरोपी की 14 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग की, जिसे स्वीकार कर लिया गया।
आरोपी के वकील हरिवंश सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि धीरेंद्र प्रताप सिंह की ओर से अभी जमानत अर्जी दाखिल नहीं की गयी है। राजधानी लखनऊ में रविवार को गिरफ्तार किये गये मुख्य आरोपी और स्थानीय भाजपा नेता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने इससे पहले पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने गोली आत्मरक्षा में चलाई थी। बलिया कोतवाली प्रभारी विपिन सिंह ने बताया कि पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष चन्द्र दूबे ने धीरेंद्र प्रताप सिंह से तकरीबन एक घण्टे तक पूछताछ की, जिसमें उसने रेवती में हुई घटना का ब्यौरा दिया।
विपिन सिंह के मुताबिक, धीरेंद्र ने कहा कि रेवती घटना में उसने आत्मरक्षार्थ गोली चलाई थी। उसने दावा किया कि सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन के दौरान बवाल की शुरुआत दूसरे पक्ष ने की थी। उधर, भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने धीरेंद्र प्रताप सिंह का बचाव करते हुए सोमवार को दावा किया कि पार्टी संगठन व प्रशासन की ‘एकपक्षीय कार्रवाई से’ व्यथित होकर पार्टी के तकरीबन पांच सौ पदाधिकारी व कार्यकर्ता भाजपा से इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इस विषय पर अपना पक्ष रखेंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से घटना की निष्पक्ष जांच कराने का अनुरोध किया जाएगा। बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर ग्राम में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन के दौरान एक व्यक्ति की कथित हत्या के मामले में पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने रविवार को मुख्य आरोपी को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में पुलिस पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अब तक मुख्य आरोपी, समेत कुल दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एसटीएफ द्वारा रविवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया था कि पूछताछ में धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि कोटे के आवंटन को लेकर पंचायत के सामने उसकी कृष्ण कुमार यादव और उनके साथियों के साथ कहासुनी हो गई। उसने दावा किया कि इस बीच विपक्षी पक्ष से गोली चला दी गई, जिसमें उसका भतीजा गोलू सिंह व घर की कुछ महिलाएं घायल हो गई। गोलू सिंह की बाद में मृत्यु हो गई।
एसटीएफ के मुताबिक, जवाब में इन लोगों द्वारा गोली चलाई गयी जिसमें विरोधी पक्ष के जय प्रकाश पाल की मौत हो गई। गौरतलब है कि जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर ग्राम में बृहस्पतिवार को सरकारी सस्ते गल्ले के दुकान के आवंटन के दौरान गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी तथा कई लोग घायल हो गये थे। इस मामले को लेकर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई तथा समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा था।