A
Hindi News भारत उत्तर प्रदेश Ayodhya Deepostav: सरयू तट पर तीन लाख से ज्यादा दीये जलाकर अयोध्या ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

Ayodhya Deepostav: सरयू तट पर तीन लाख से ज्यादा दीये जलाकर अयोध्या ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या ने आज सरयू नदी के तट पर तीन लाख से ज्यादा दीये जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।

<p>Ayodhya Deepostav: सरयू तट पर तीन...- India TV Hindi Image Source : PTI Ayodhya Deepostav: सरयू तट पर तीन लाख से ज्यादा दीये जलाकर अयोध्या ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अयोध्या: भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या ने आज सरयू नदी के तट पर तीन लाख से ज्यादा दीये जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। दिनभर चले दीपोत्सव समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद आज शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्य अतिथि दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग-सुक ने सरयू नदी के किनारे आरती की। आरती के दौरान पूरे सरयू तट को दीये से सजाया गया। तीन लाख 1 हजार 152 दीये से पूरा सरयू तट जगमगा उठा। इस दौरान सरयू का मनोरम दृश्य सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। दीपों की भव्य जगमगाहट देखते बन रही थी।

गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड के आधिकारिक निर्णायक रिषि नाथ ने यहां घाट पर दीपोत्सव के दौरान रिकार्ड बनाए जाने की घोषणा की। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सुक की मौजूदगी में रिषि नाथ ने कहा, ‘‘पांच मिनट तक एक साथ कुल 3,01,152 दीये जले। यह नया रिकार्ड है।’’ राम की पैडी के दोनों तरफ घाट पर कुल 3.35 लाख दीये जलाने का लक्ष्य तय किया गया था। नये रिकार्ड को ‘‘अदभुत’’ बताते हुए रिषि नाथ ने कहा, ‘‘इसने हरियाणा में 2016 में बनाये गए रिकार्ड को तोड़ दिया। वहां पर 1,50,009 दीये जलाए गए थे।’’ 

Image Source : PTIAyodhya deepotsav

इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि फैजाबाद जिला अब से अयोध्या के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या हमारी ‘आन, बान और शान’ का प्रतीक है। कोई अयोध्या के साथ अन्याय नहीं कर सकता है।’’ उन्होंने अयोध्या में भगवान राम के नाम पर एक नया हवाई अड्डा और भगवान राम के पिता राजा दशरथ के नाम पर जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की भी घोषणा की। 

इस अवसर पर ‘राम की पैड़ी’ के पुन: विकास और सौंदर्यीकरण और सरयु नदी में मलजल प्रवाहित करने पर रोक लगाने समेत कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया। 

Latest Uttar Pradesh News