अयोध्या: राम मंदिर के मॉडल में किया गया बदलाव, पांच गुंबद होंगे
विश्व हिंदू परिषद् ने अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का एक मॉडल बनवाया है। इस मॉडल के मुताबिक़ रामजन्मभूमि पर राम मंदिर बनाया जाएगा।
लखनऊ: विश्व हिंदू परिषद् ने अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का एक मॉडल बनवाया है। इस मॉडल के मुताबिक़ रामजन्मभूमि पर राम मंदिर बनाया जाएगा। राम मंदिर में नीचे प्लेटफॉर्म होगा और मंदिर दो मंज़िल का बनेगा। इस मंदिर की लम्बाई 268 फीट, चौड़ाई 140 फीट और ऊंचाई 128 फीट निर्धारित की गई थी लेकिन अब मंदिर की चौड़ाई बढ़ा दी गई है। मंदिर में अब तीन की जगह पांच गुम्बद होगा। मंदिर की ऊंचाई अब 161 फ़ीट होगी। वहीं राम मंदिर में कुल 212 खम्भे होंगे। पहली मंज़िल पर 106 खम्भे होंगे जिनकी ऊंचाई 16 फीट 6 इंच और दूसरी मंजिल पर 106 खम्भे होंगे जिनकी ऊंचाई 14 फीट 6 इंच होगी। हर पिलर में 16 मूर्तियां तराशी जाएंगी। मंदिर में दो चबूतरे होंगे। पहला चबूतरा 8 फीट ऊंचा और 10 फीट चौड़ा होगा। यह चबूतरा परिक्रमा मार्ग होगा। दूसरा चबूतरा 4 फीट 9 इंच होगा और उसके ऊपर पिलर लगेंगे।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर की आधारशिला रखने के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या में तीन या पांच अगस्त (दोनों शुभ तिथियां) को भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए आमंत्रित किया है। एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री मोदी ने पांच फरवरी को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन की घोषणा की थी। राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के प्रवक्ता महंत कमल नयन दास ने कहा, ‘‘हमने ग्रह नक्षत्रों की गणना के आधार पर प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए दो शुभ तिथियों - तीन और पांच अगस्त का सुझाव दिया है।’’
एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद, उच्चतम न्यायालय के पिछले वर्ष नौ नवम्बर को फैसले के बाद उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था। ट्रस्ट के सदस्यों की अयोध्या में शनिवार को हुई एक बैठक में मंदिर की आधारशिला रखने की संभावित तिथि के बारे में फैसला लिया गया। वरिष्ठ अधिवक्ता के परासरन, वासुदेवानंद सरस्वती और स्वामी विश्व प्रसनजीत ने वीडियो लिंक के माध्यम से बैठक में भाग लिया।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मानसून के तुरन्त बाद राम मंदिर ट्रस्ट वित्तीय मदद के लिए देशभर में 10 करोड़ परिवारों से संपर्क करेगा और इसके निर्माण को पूरा करने के लिए मंदिर के डिजाइन को अंतिम रूप देने में तीन से साढ़े तीन साल लगेंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि बैठक में राम मंदिर की ऊंचाई के मुद्दे पर चर्चा की गई। मंदिर की ऊंचाई 161 फुट होगी और इसमें पांच गुंबद होंगे। ट्रस्ट की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व प्रधान सचिव एवं राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रधान सचिव अवनीश अवस्थी ने भी भाग लिया। (इनपुट-भाषा)