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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश जिस समय सुप्रीम कोर्ट सुना रहा था फैसला, अयोध्या में कुछ ऐसे थे हालात

जिस समय सुप्रीम कोर्ट सुना रहा था फैसला, अयोध्या में कुछ ऐसे थे हालात

नया घाट पर कोई विशेष गतिविधि नहीं थी। इक्का-दुक्का श्रद्धालु डुबकी लगाते नजर आए। एक भी पुरोहित नहीं दिखा। केवल पुलिसकर्मी, मीडिया के लोग और कुछ साधु संत नजर आए। 

Ayodhya case ram mandir- India TV Hindi Image Source : PTI Police and RAF personnel patrol near the Hanumagarhi temple in Ayodhya, Saturday.

अयोध्या। अयोध्या में सरयू नदी के किनारे नया घाट का नजारा शनिवार को बदला-बदला सा नजर आया। श्रद्धालुओं को लेकर जाने वाली बसों की संख्या सैकड़ों में थी लेकिन श्रद्धालु काफी कम थे। अयोध्या बाईपास से नया घाट तक की दूरी लगभग दो किलोमीटर है और इस रास्ते पर उत्तर प्रदेश रोडवेज की बसों की लंबी कतार लगी हुई थी।

बस कंडक्टर श्रद्धालुओं को बुलाकर बस में बैठा रहे थे। मौके पर मौजूद यातायात पुलिस के अधिकारियों और बस चालकों ने बताया कि कल रात से शनिवार दोपहर तक 1000 से अधिक बसें आ चुकी हैं। अभी भी लगभग 700 बसें यहां खड़ी हैं।

नया घाट पर कोई विशेष गतिविधि नहीं थी। इक्का-दुक्का श्रद्धालु डुबकी लगाते नजर आए। एक भी पुरोहित नहीं दिखा। केवल पुलिसकर्मी, मीडिया के लोग और कुछ साधु संत नजर आए। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि फैसला आज ही आ जाएगा। कल श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी लेकिन प्रशासन ने रोडवेज की बसों का भरपूर इंतजाम किया था जो सभी श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य पर ले गईं। 

यूपी में पूरी तरह से शांति का माहौल

अयोध्या पर उच्च्तम न्यायालय के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरी तरह से अमन चैन का माहौल है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा कि ''प्रदेश के किसी भी हिस्से से किसी तरह की अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। हम समूचे प्रदेश पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और हमारी टीमें अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं।’’

उन्होंने कहा कि अयोध्या फैसले से पहले और बाद में सोशल मीडिया, इमरजेंसी 112 नंबर पर आने वाली फोन कॉल और मीडिया से प्राप्त सूचनाओं पर नजर रखने के लिए पहली बार उत्तर प्रदेश पुलिस के 112 मुख्यालय पर ‘इमरजेंसी आपरेशन सेंटर’ बनाया गया है।

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