जिन्ना विवाद के चलते एमयू परीक्षाएं हुई स्थगित, हिंदू युवा वाहिनी के दो कार्यकर्ता गिरफ्तार
एएमयू को अनिश्चितकालीन बंद करने का कोई प्रस्ताव नहीं है क्योंकि परिसर में कानून व्यवस्था में सुधार हो रहा है। छात्रों से कहा गया है कि वे आगे परिसर में शांति और सामान्य वातावरण बनाने में मदद करें।
अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) छात्र आंदोलन के कारण आज संस्थान की वार्षिक परीक्षा स्थगित कर दी गयी है। वहीं परिसर में बवाल करने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणियां डालने के दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर ने कहा कि सोमवार से शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षायें अब 12 मई से होंगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की मंशा परीक्षाओं को और अधिक लटकाने की नहीं है क्योंकि इससे संस्थान के छात्रों का भविष्य जुड़ा है। प्रो मंसूर ने कहा कि एएमयू को अनिश्चितकालीन बंद करने का कोई प्रस्ताव नहीं है क्योंकि परिसर में कानून व्यवस्था में सुधार हो रहा है। छात्रों से कहा गया है कि वे आगे परिसर में शांति और सामान्य वातावरण बनाने में मदद करें।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में शांति कायम करने और छात्रों की समस्याओं को जानने के लिये वरिष्ठ अध्यापकों की 16 सदस्यीय समन्वय समिति बनाई गयी है। विश्वविद्यालय के अधिकारी लगातार जिले के अधिकारियों से संपर्क में हैं और उनसे बात कर रहे हैं ताकि परिसर में शांति बनाने के लिये कार्ययोजना तैयार की जा सके। इस बीच अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में पाकिस्तान के कायद-ए-आजम मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी होने को लेकर गत दो मई को एएमयू परिसर में बवाल करने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणियां डालने के दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व नगर अध्यक्ष योगेश वार्ष्णेय और उसके साथी अमित गोस्वामी को कल गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। दोनों एएमयू में गत दो मई को हुए बवाल के मामले में दर्ज मुकदमे में नामजद थे।
सूत्रों के मुताबिक वार्ष्णेय और गोस्वामी को दंगा भड़काने और दो समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर एएमयू परिसर में हंगामा करने के बाद सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां डालने का भी इल्जाम है। अलीगढ़ जोन के पुलिस महानिरीक्षक संजीव गुप्ता ने बताया कि कल गिरफ्तार किये गये युवक कथित रूप से एएमयू में हुए हंगामे के साथ-साथ कल पुराने शहर में माहौल खराब करने में भी सक्रिय थे। बहरहाल, जिले में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं। पुलिस सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रही है और कड़ी चौकसी बरती जा रही है। इस बीच, शहर मुफ्ती मौलाना खालिद हमीद ने पुलिस से कहा कि भड़काऊ नारेबाजी करने वाले युवाओं को अगर मुस्तैदी से नहीं रोका गया तो शहर का माहौल बिगड़ने का खतरा है। कांग्रेस के पूर्व सांसद चैधरी बृजेन्द्र सिंह ने जिला प्रशासन से शहर के अमन में खलल डालने वालों के खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई का आग्रह किया है।
मालूम हो कि एएमयू के यूनियन हॉल में जिन्ना की तस्वीर लगाने से नाराज हिन्दू युवा वाहिनी वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने गत दो मई को परिसर में घुसकर हंगामा और नारेबाजी की थी। एएमयू छात्र संघ ने हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। इस मांग के समर्थन में परिसर के गेट पर एकत्रित हुए एएमयू छात्रों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा किये गये बलप्रयोग में एएमयू के कई छात्र घायल हो गये थे। इस घटना के बाद से एएमयू के छात्र-छात्राएं अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं।