CM योगी पर अखिलेश यादव का विवादित बयान, राधा-कृष्ण और सीता-राम का लिया नाम
अखिलेश यादव ने रविवार को सहारनपुर में एक रैली को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर विवादित बयान दिया और उनपर पर्सनल अटैक किया।
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राज्य के भीतर पॉलिटिकल पारा चढ़ता जा रहा है। चुनाव जीतने के लिए भाषा की मर्यादा भी लांघी जा रही है। अखिलेश यादव रविवार को सहारनपुर में थे। यहां उन्होंने एक रैली को संबोधित किया, जिसमें अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर विवादित बयान दिया और उनपर पर्सनल अटैक किया। राधा-कृष्ण, सीता-राम की जोड़ी का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आदित्यनाथ की तो कोई जोड़ी ही नहीं है।
CM योगी पर अखिलेश का पर्सनल अटैक
अखिलेश यादव ने कहा, "राधा-कृष्ण कहां, सीता-राम कहां, आपने जो जोड़ियों का याद दिलाया है। हमारे लखनऊ वाले (CM Yogi Adityanath) पर तो कोई जोड़ी नहीं है। हम किसी का अपमान नहीं कर रहे हैं। लेकिन यहां बैठे लोग, जब मैं देख रहा था कि ऋग्वेद की कुछ लाइनें पढ़ी जा रही थीं, पंडित जी मंच पर हैं, तो हमारे लोगों ने गीता को भी पढ़ा होगा।"
लखीमपुर केस को लेकर भी साधा निशाना
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'जो दूसरों का दुख समझे वही योगी है।' अखिलेश यादव ने कहा, "लखीमपुर में किसानों को गाड़ी से कुचला गया। कानून को भी कुचलने की तैयारी थी।" उन्होंने कहा कि 'भाजपा किसानों को बार-बार अपमानित कर रही है, किसानों को मवाली कहकर अपमानित किया जा रहा है।' उन्होंने कहा कि योगी सरकार के अब बहुत कम दिन बचे हैं।
अखिलेश का केंद्र सरकार पर हमला
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार की विनिवेश नीति पर करारा प्रहार करते हुए रविवार को कहा कि ‘‘कहीं ऐसा न हो जाए कि ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह देश पर उद्योगपतियों का राज हो जाए और सरकार आउटसोर्सिंग से चलने लगे।’’
अखिलेश यादव ने रैली में कहा, ‘‘केंद्र की भाजपा सरकार सब कुछ बेचती चली जा रही है। याद होगा कि अंग्रेज कारोबार करने आए थे। ईस्ट इंडिया कंपनी दो-तीन चीजों का कारोबार करती थी। धीरे-धीरे करके उसने कारोबार बढ़ा लिया और अंग्रेजों ने एक कानून पास किया, जिससे ईस्ट इंडिया कंपनी खुद सरकार बन गई।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा एक-एक करके सब कुछ निजी हाथों में बेच रही है। हो सकता है कि एक दिन सरकार ही कंपनी के हाथों बिक जाएगी और सरकार आउटसोर्सिंग से चलने लगेगी। जब सब चीजें बिक जाएंगी तो बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने संविधान में हमें जो अधिकार दिए हैं, वे सब छिन जाएंगे।’’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का आगामी विधानसभा चुनाव देश की तकदीर का चुनाव है, यह नौजवानों और किसानों के भविष्य को तय करने का चुनाव है। अखिलेश ने उपस्थित लोगों से अपील की, ‘‘अगर देश को बचाना है तो भाजपा को हराना होगा।"
उन्होंने अपील की, "हमने भाजपा को रोकने के लिए पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन किया। जो भी समझौते कर सकते थे, वो किए लेकिन उत्तर प्रदेश से भाजपा ज्यादा सीटें जीत गई। अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हरा दिया जाता तो ये तीन काले (केंद्रीय कृषि) कानून नहीं आते।’’