अखिलेश ने कहा बदनाम कर रही है BJP, सरकार ने कहा 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे''
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल में सरकारी बंगले में कथित तोड़फोड़ को लेकर चल रही खबरों को उन्हें बदनाम करने की सरकारी साजिश करार देते हुए आज कहा कि हाल के उपचुनावों में मिली हार और विपक्षी दलों के गठबंधन से परेशान भाजपा ने यह हरकत की है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल में सरकारी बंगले में कथित तोड़फोड़ को लेकर चल रही खबरों को उन्हें बदनाम करने की सरकारी साजिश करार देते हुए आज कहा कि हाल के उपचुनावों में मिली हार और विपक्षी दलों के गठबंधन से परेशान भाजपा ने यह हरकत की है।
वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा अपने बंगले को लेकर लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि सच्चाई सामने आने पर 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’’ वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। अखिलेश के आरोपों के बाद सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव को खुद आयकर विभाग को यह बताना चाहिए कि बंगले में लगाने के लिए पैसा उनके पास कहां से आया। इसके अलावा उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि ‘‘जिस दीवार को तोड़ा गया उसके पीछे क्या छिपाया गया था, इसकी जानकारी भी दें।’’
इससे पहले बंगले में तोड़फोड़ का मामला तूल पकड़ने के बाद सपा अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सफाई दी और भाजपा पर जमकर बरसे। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कल पत्र लिखने वाले राज्यपाल राम नाईक पर भी संविधान के अनुरूप काम ना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘‘उनके अंदर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आत्मा है।’’
अखिलेश ने कहा कि इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा है कि हम अपने सरकारी बंगले को खाली करने के दौरान टोटियां खोल ले गए और फर्श का पत्थर तोड़ डाला। यह सरासर गलत और मुझे बदनाम करने के लिये ही किया गया है। इसमें कुछ अधिकारी भी शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार मुझे बताये कि मैं कौन सी सरकारी चीज अपने साथ ले गया। मैंने जो चीजें अपने पैसे से लगवायी थीं, वह मैं ले गया। अगर मैं कोई सरकारी चीज ले गया हूं तो मैं उसे फौरन वापस करूंगा। अखिलेश ने कहा कि भाजपा यह इसलिए कर रही है क्योंकि वह गोरखपुर और फूलपुर की हार स्वीकार नहीं कर पा रही है। वह यह समझ ले कि इस अपमान के लिए जनता उसे सबक सिखाएगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेस के तुरंत बाद आनफानन में बुलाई गई पत्रकार वार्ता में कहा कि ''अखिलेश कह रहे हैं कि उन्होंने बंगले में निर्माण कार्य अपने खुद के पैसे से करवाए हैं। अब आयकर विभाग को चाहिए कि वह इस मामले की जांच करे कि जो पैसे मकान में लगाए जाने की बात वह कर रहे हैं उसका कोई हिसाब किताब भी है या नहीं।'' सिंह ने कहा कि अखिलेश ने राज्यपाल के लिए जिन शब्दों का चयन किया है वह उन्हें शोभा नहीं देता, उसकी हम निंदा करते हैं। राज्यपाल संवैधानिक पद है। हम सभी को उनका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अखिलेश की आज की पत्रकार वार्ता ''खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे'' की बात की ओर इशारा करती है।