लखनऊ. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा पर गलत नीतियां लागू कर मध्यम वर्ग, किसानों और छोटे-मझोले व्यापारियों के हितों पर कुठाराघात करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि ये वर्ग भाजपा की किसी भी प्राथमिकता में नहीं आते। यादव ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस संकट से तो लोग त्रस्त हैं ही, उससे ज्यादा वे भाजपा राज की गलत नीतियों की शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार न तो किसानों की परेशानियों पर ध्यान दे रही है और न ही छोटे-मझोले व्यापारियों की दुर्दशा देख रही है। उसने इन कमजोर लोगों की मदद के बजाय बड़े पूंजी घरानों को ही रियायते दी हैं। उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री का राहत पैकेज सिर्फ उनके लिए है जो पहले से बैंकों का धन लूटकर बैठे हैं। गरीब, किसान और छोटे व्यापारी, भाजपा सरकार की किसी प्राथमिकता में नहीं आते।''
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "गत सात जून से 18 जून तक 12 दिनों के अंदर पेट्रोल के दाम 4.58 रूपए और डीजल के दाम 4.96 रूपए बढ़ गए हैं। यह आश्चर्यजनक है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम घटने पर भी भारत में कीमतें नहीं घटतीं।’’
उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी से किसान सबसे ज्यादा परेशानी झेल रहा है क्योंकि कृषि यंत्र डीजल-पेट्रोल से चलते हैं। उन्होंने कहा कि किसान के ट्रैक्टर तथा अन्य परिवहन साधन पेट्रोल-डीजल की मंहगाई के चलते खड़े हैं। उन्होंने कहा कि किसान की मूलभूत आवश्यकता की अनदेखी कर भाजपा सरकार उसे गहरे आर्थिक संकट में धकेल रही है।
अखिलेश यादव ने कहा, "अचानक लॉकडाउन और उसके बाद भी चल रहे तमाम प्रतिबन्धों के चलते दो करोड़ छोटे और मझोले दुकानदारों के सामने आजीविका की गम्भीर समस्या खड़ी हो गई है। इनकी दुकानों से करीब 10 करोड़ परिवारों की रोजीरोटी भी जुड़ी है। अब इनके सामने भुखमरी के हालात हैं।"
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