अयोध्या। राम मंदिर निर्माण समिति ने आईआईटी-दिल्ली के पूर्व निदेशक वी एस राजू की अध्यक्षता में देश के शीर्ष इंजीनियरों और निर्माण विशेषज्ञों की आठ-सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो मंदिर की नींव रखने से जुड़े कार्यों की निगरानी करेगी।
समिति के अन्य सदस्यों में सीबीआरआई-रूड़की के निदेशक एन गोपाल कृष्णन, एनआईटी सूरत के निदेशक एस आर गांधी, आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक टी जी सीताराम, आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर एमेरिटस एम भट्टाचार्जी, टीसीआई के सलाहकार एपी मल्ल, आईआईटी मद्रास के मनु संथानम और आईआईटी बंबई के प्रदीप बनर्जी शामिल हैं।
अयोध्या के भाजपा विधायक वेद गुप्ता ने रविवार को कहा कि राम मंदिर निर्माण समिति द्वारा एक अधिसूचना के जरिए समिति की स्थापना की गयी। गुप्ता ने कहा, "ट्रस्ट ने नींव के डिजाइन की समीक्षा और सिफारिशों के लिए संबंधित क्षेत्र के प्रतिष्ठित इंजीनियरों की एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।"
उन्होंने कहा कि इसका मकसद विभिन्न भू-प्रौद्योगिकी सिफारिशों पर गौर करते हुए उच्चतम गुणवत्ता और लंबी अवधि के लिए मंदिर का निर्माण करना है। प्रस्तावित मंदिर निर्माण स्थल पर जमीन से कुछ फुट नीचे रेतीली मिट्टी मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में राम मंदिर निर्माण समिति ने पिछले सप्ताह मंदिर की नींव तैयार करने की योजना को अंतिम रूप देने के लिए बैठक की थी।
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