लखनऊ. उत्तर प्रदेश में तबलीगी जमात के 600 से अधिक सदस्यों ने अपनी एकांतवास अवधि पूरी कर ली है, जिसमें लखनऊ के 157 सदस्य शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि इन सभी की स्क्रीनिंग करने के बाद इन्हें छोड़ दिया गया है। अवर प्रमुख सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि शेष जमात के सदस्यों की जब एकांतवास अवधि पूरी हो जाएगी तो उन्हें भी छोड़ दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिन जामातियों को यात्रा मानदंडों और अन्य मुद्दों के उल्लंघन के लिए हिरासत में लिया गया था, उन्हें जमानत मिलने के बाद ही रिहा किया जाएगा।
मेरठ में गुरुवार को 50 दिनों से अधिक समय बिताने के बाद 296 जमात के सदस्यों को अलग-अलग एकांतवास केंद्रों से रिहा किया गया था। समाजवादी विधायक रफीक अंसारी ने दावा किया कि जमातियों को एकांतवास केंद्रों में जरूरत से ज्यादा समय तक रखा गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी राज कुमार ने बताया कि एकांतवास अवधि 28 दिनों तक जा सकती है और इन लोगों को अधिक समय तक रहना पड़ा, क्योंकि जिला प्रशासन उनकी रिहाई के बारे में दिशानिर्देशों की प्रतीक्षा कर रहा था। इसके अलावा इनके संपर्कों का पता लगाने में भी अधिक समय लगा था।
बीच मार्च में दिल्ली में तबलीगी जमात का कार्यक्रम हुआ था, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के साथ विदेशों से भी काफी लोगों ने हिस्सा लिया था। इस कार्यक्रम में 25,000 से अधिक सदस्य शामिल हुए। कार्यक्रम के बाद जब ये सदस्य अपने-अपने गृह नगर पहुंचे तो वायरस के प्रसार में काफी तेजी आई। माना जाता है कि जमात के बड़े स्तर पर हुए कार्यक्रम में जुटे श्रद्धालुओं के संक्रमित होने की वजह से देशभर में कोरोनावायरस के मामलों में तेजी आई।
Latest Uttar Pradesh News