उत्कल एक्सप्रेस रेल हादसे में 21 की मौत, 97 घायल
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में शनिवार शाम एक रेल हादसे में 21 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 97 अन्य घायल हो गए हैं। ग़ैर सरकारी सूत्रों के अनुसार मरने वालों की संख्या 24 है और 100 से अधिक घायल हुए हैं।
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में शनिवार शाम एक रेल हादसे में 21 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 97 अन्य घायल हो गए हैं। ग़ैर सरकारी सूत्रों के अनुसार मरने वालों की संख्या 24 है और 100 से अधिक घायल हुए हैं। ये हादसा तब हुआ जब पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसा इतना भयानक था कि कई डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए। मेरठ-सहारनपुर रेलखंड में यह भीषण हादसा शाम लगभग 5.45 बजे हुआ। रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, बोगियों को काटकर शवों को निकाला जा रहा है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
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पुलिस और रेलवे के अधिकारी इस हादसे को आतंकवादी घटना मानने से इनकार नहीं कर रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं, राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर पीड़ितों की हर संभव मदद का निर्देश दिया है।घटना की जानकारी मिलते ही उप्र के मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश राणा और सतीश महाना को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। इस घटना को लेकर योगी ने मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी से बात कर सभी घायलों का अस्पताल में निशुल्क समुचित इलाज करने को कहा है।
सहारनपुर डिवीजन के आयुक्त दीपक अग्रवाल और मुजफ्फरनगर के जिला मजिस्ट्रेट जी एस प्रियदर्शी ने बताया कि शवगृह में मौजूद शवों का आधिकारिक आंकड़ा 21 था । जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि दो मृतकों की पहचान सहारनपुर के निवासियों के तौर पर हुई है। प्रियदर्शी ने बताया कि हादसे में 90 लोग घायल हुए हैं और उनमें से अधिकतर मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि कुछ अन्य घायलों को मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज और मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है।
बताया जा रहा है कि घायलों में 26 की हालत गंभीर है। हादसे के बाद लगभग 20 ट्रैन रद्द कर दी गई हैं और 30 ट्रैनों के मार्ग बदल दिए गए हैं।
जिला अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों की मदद के लिए तीन फोन नंबर - 0131-2436918, 0131-2436103 और 0131-2436564 जारी किए हैं।
डिब्बों के मलबे से संभवत: आखिरी शव निकालने के साथ ही एनडीआरएफ के बचाव अभियान दुर्घटना स्थल पर व्यवहारिक रूप से खत्म हो गए हैं। ट्रेन ओडिशा के पुरी से आ रही थी और उाराखंड के हरिद्वार जा रही थी। यह करीब 36 घंटे की यात्रा है। दुर्घटना में स्लीपर क्लास के एस1 से एस10, तृतीय श्रेणी के एसी बी1, द्वितीय श्रेणी के एसी ए1 और पेंट्री के डिब्बे क्षतिग्रस्त हुए हैं।
पीएसी, एटीएस और एनडीआरएफ की टीमें और खोजी कुत्तों के दस्तों ने मौके पर पहुंच बचाव अभियानों को अंजाम दिया।