क्या राम मंदिर के उद्घाटन में जाएंगी सोनिया गांधी? दिग्विजय सिंह ने दिया बड़ा अपडेट
दिग्विजय सिंह से पूछा गया कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी को निमंत्रण दिया गया है तो इस पर कांग्रेस का क्या रुख होगा? अब उन्होंने इस सवाल का जवाब दे दिया है।
अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां जोर-शोर से जारी है। 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जाएगा। पीएम मोदी समेत देश की कई बड़ी हस्तियां इसमें कार्यक्रम में शामिल होंगे। अब खकबर आई है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को निमंत्रण भेजा गया है। पर क्या सोनियां गांधी इस कार्यक्रम में शामिल होंगी? इस सवाल पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जवाब दिया है।
सोनिया गांधी काफी पॉजिटिव हैं- दिग्विजय
दिग्विजय सिंह से पूछा गया कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी को निमंत्रण दिया गया है तो इस पर कांग्रेस का क्या रुख होगा? इस सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मंदिर किसी पार्टी का ट्रस्ट को है नहीं, ये तो केंद्र सरकार द्वारा स्थापित है, इसलिए कार्यक्रम में जाने में हमे क्या आपत्ति है। दिग्विजय ने आगे कहा कि सोनिया गांधी इस मामले में काफी पॉजिटिव हैं। निमंत्रण मिला है तो सोनिया गांधी या फिर कांग्रेस का डेलिगेशन कार्यक्रम में जाएगा।
वो मुझे नहीं बुलाएंगे- दिग्विजय
दिग्विजय से पूछा गया कि क्या आपको प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला? इस सवाल के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि वो मुझे निमंत्रण नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि जो सच्चे भक्त हैं चाहे वो मुरली मनोहर जोशी हो, आडवाणी हो या दिग्विजय सिंह हो उनको निमंत्रण नहीं जाएगा। बता दें कि दिग्विजय सिंह ने हाल ही में खुलासा किया था कि उन्होंने निजी तौर पर राम मंदिर के लिए 1 लाख 11 हजार रुपये का चंदा दिया था।
पीएम मोदी समेत ये होंगे अतिथि
22 जनवरी 2024 को अयोध्या राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। पीएम के अलाावा किसी भी क्षेत्र में देश का सम्मान बढ़ाने वाले सभी प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही करीब चार हजार सन्तों को आमंत्रण भेजा गया है। सभी शंकराचार्य महामण्डलेश्वर सिख और बौद्ध पंथ के शीर्ष सन्तों को बुलावा भेजा गया है। स्वामी नारायण, आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, किसान, कला जगत के प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है। 1992 से 1984 के बीच सक्रिय पत्रकारों को भी बुलावा भेजा गया है। कारसेवकों के परिजनों को भी निमंत्रण भेजा गया है।
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