A
Hindi News भारत राजनीति राजस्थान में सचिन पायलट की होगी ताजपोशी ? विधायक बैरवा ने कहा-रायपुर अधिवेशन के बाद होगा बदलाव

राजस्थान में सचिन पायलट की होगी ताजपोशी ? विधायक बैरवा ने कहा-रायपुर अधिवेशन के बाद होगा बदलाव

कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि रायपुर में कांग्रेस अधिवेशन के बाद राजस्थान में सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है। हम चाहते हैं कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनें।

सचिन पायलट और अशोक गहलोत- India TV Hindi Image Source : फाइल सचिन पायलट और अशोक गहलोत

जयपुर: राजस्थान में लंबे अर्से से सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही सियासी रस्साकशी अब एक मकाम की ओर बढ़ती नजर आ रही है। कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि रायपुर में कांग्रेस अधिवेशन के बाद राजस्थान में सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है। हम चाहते हैं कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनें। 

गहलोत फिक्स डिपाजिट, पायलट वर्किंग कैपिटल

विधायक खिलाड़ी लाला बैरवा को सचिन पायलट ने मिलने के लिए अपने आवास पर बुलाया था। इसी दौरान बैरवा ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में स्टार के तौर पर सचिन पायलट हैं। आलाकमान उनपर फैसला लेगा लेकिन हम चाहते हैं कि सचिन पायलट प्रदेश के अगले सीएम बनें। बैरवा ने कहा कि  सीएम अशोक गहलोत फिक्स डिपाजिट की तरह हैं जबकि सचिन पायलट वर्किंग कैपिटल हैं।

सचिन पायलट पिछले 5 दिन दिल्ली में रहे और उन्होंने समर्थक विधायकों से मुलाकात भी की है। पायलट कैम्प को यह इशारा किया गया है कि खुल के बोलना है। कल कुछ विधायकों ने जयपुर में से मीटिंग की थी जिसमें खिलाड़ी लाल बैरवा, इंद्रराज गुर्जर,मुकेश भाकर, हरीशमीना भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री के बजट रिप्लाई के कुछ घंटे पहले पायलट कैम्प ऐक्टिव हो गया है सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं। सुशील असोपा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं उन्होंने भी ट्वीट किया और कहा की बिना नोटिस दिए पायलट को दो पदों से हटाया गया लेकिन सितम्बर में इस्तीफ़े प्रकरण पर तीन नेताओं पर कार्रवाई अभी नहीं हुई।

जानकारी के मुताबिक सचिन पायलट 17 फ़रवरी के बाद दौरे पर निकलने वाले है। वे फिर से अलग-अलग ज़िलों का दौरा करेंगे। उन इलाक़ों में ख़ास तौर पर फ़ोकस किया जाएगा जहां गहलोत गुट के विधायक हावी हैं। 

दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के तुरंत बाद मुख्यमंत्री बनने के लिए गहलोत और पायलट आमने-सामने आ गये थे। लेकिन पार्टी ने गहलोत को तीसरी बार मुख्यमंत्री बताया और पायलट उपमुख्यमंत्री बने थे। जुलाई 2020 में सचिन पायलट ने पार्टी के 18 विधायकों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी। एक महीने तक चला राजनीतिक संकट पार्टी नेता राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद समाप्त हुआ था।

इसके बाद भी बीच-बीच में दोनों के धड़ों के बीच बयानबाजी चलती रही। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के समय अशोक गहलोत की उम्मीदवारी की चर्चा के दौरान भी यह तय माना जा रहा था कि अगल गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो फिर ऐसे प्रदेश की कमान सचिन पायलट के पास चली जाएगी। लेकिन उस वक्त भी ऐसा नहीं हो सका और अशोक गहलोत सीएम बने रहे।

ये भी पढ़ें- 

ईरान के प्रेसीडेंट 20 साल बाद गए चीन, अमेरिका विरोधी इन देशों की मुलाकात से जानें भारत को क्यों है खतरा?

अमेरिका: टेक्सास के शॉपिंग मॉल में गोलीबारी से दहशत, 1 शख्स की मौत, 3 घायल, देखें Video

Latest India News