जम्मू-कश्मीर में साल 2019 से पहले तक अनुच्छेद 370 लागू था, केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की दोबारा वापसी के बाद इसे हटा दिया गया। संसद में जब यह प्रस्ताव केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पेश किया था तब बड़ा बवाल हुआ था। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इसका पुरजोर विरोध किया था, लेकिन यह प्रस्ताव पास हो गया था और तब से घाटी के विशेषाधिकार खत्म हो गए। घाटी को राज्य से केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील कर दिया गया था। तब से वहां राष्ट्रपति शासन के तहत उपराज्यपाल प्रशासनिक काम देख रहे हैं।
जम्मू के सतवारी में राहुल गांधी ने की सभा
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों जम्मू-कश्मीर में ही है। यह यात्रा 30 जनवरी को श्रीनगर में जाकर समाप्त होगी। इस यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू के सतवारी में एक जनसभा की। इस जनसभा के दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार समेत मौजूदा राष्ट्रपति शासन को भी जमकर निशाने पर लिया। इस दौरान उन्होंने राज्य के केंद्र शासित प्रदेश के दर्जे को लेकर भी बात कही।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य के हक़ को छीना है। उन्होंने कहा, "सबसे बड़ा मुद्दा आपका स्टेटहुड का मुद्दा है, उससे बड़ा कोई मुद्दा ही नहीं है। आपका हक़ इन्होंने छीन लिया। कांग्रेस पार्टी आपको पूरा समर्थन देगी। आपके राज्य का दर्ज़ा बहाल कराने में हम पूरा दम लगा देंगे।"
30 जनवरी को श्रीनगर में होगी मेगा रैली
यात्रा एक सप्ताह से अधिक समय तक जम्मू क्षेत्र में रहेगी। यात्रा 27 जनवरी को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर जवाहर सुरंग के माध्यम से घाटी में प्रवेश करेगी। 27 जनवरी से, यात्रा श्रीनगर के रास्ते में विभिन्न हिस्सों की यात्रा करेगी। 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा के समापन के मौके पर 30 जनवरी को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में एक मेगा रैली आयोजित की जाएगी।
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