मुसलमानों ने इस बार एक तरफा किसे वोट किया? सलमान खुर्शीद ने किया ये बड़ा दावा
कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रही है। इस बीच पार्टी के सीनियर नेता सलमान खुर्शीद का एक बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया है कि...
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं और संसद की तस्वीर भी साफ हो चुकी है। बीजेपी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई लेकिन उसकी अगुवाई वाले गठबंधन एनडीए ने 294 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया। इस बीच विपक्षी गठबंधन में इस बात को लेकर खुशी है कि पिछले चुनावों के मुकाबले में उनका प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है और बीजेपी को उन्होंने बहुमत हासिल करने से रोक दिया है। इन सबके बीच आज कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने चुनाव परिणामों को लेकर आज एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने इस बार एक तरफा इंडिया गठबंधन को वोट किया है।
इंडिया गठबंधन की सरकार बने
सलमान खुर्शीद ने कहा कि मैं चाहता हूं कि देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बने। उन्होंने कहा, मुसलमानों ने इस बार एक तरफा इंडिया गठबंधन को वोट किया है, इंडिया गठबंधन की भी जिम्मेदारी है कि वो इस बात को समझे और अनदेखी नहीं करे।
मायावती पर भी बरसे
मायावती मुसलमानों को वोट को लेकर मायावती के बयान पर सलमान खुर्शीद ने कहा कि वे कह रही हैं कि मुसलमानों को टिकट नहीं देंगी, मत दें। लेकिन ये भी सोचें की दलितों ने मायवती को क्यों वोट नहीं दिया। सलमान खुर्शीद ने कहा कि मैं चाहता हूं कि इंडिया गठबंधन की सरकार बने, कांग्रेस की सरकार बने, हमारे नेता आज शाम को ये सब मीटिंग में तय करेंगे।
नोबल पुरस्कार मिलना चाहिए
बता दें कि सलमान खुर्शीद इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान भी पीएम मोदी के उस भाषण पर विरोध जताते रहे हैं जिसमें उन्होंने कांग्रेस के घोषणा पत्र को मुस्लिम लीग से प्रेरित बताया था। सलमान खुर्शीद ने तंज कसते हुए कहा था कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यह साबित कर दें कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र मुस्लिम लीग से प्रेरित है तो उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।
कांग्रेस का घोषणापत्र दूर दृष्टि वाला
खुर्शीद का कहना था कि कांग्रेस का घोषणापत्र ‘‘दूरदृष्टि वाला’’ है और यह रोजगार सृजन की बात करता है। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारा घोषणापत्र मुस्लिम लीग का है। हमारा घोषणापत्र मुस्लिम लीग से कैसे प्रेरित है? प्रधानमंत्री को नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए अगर वह साबित दें कि कांग्रेस के घोषणापत्र में जो कुछ भी लिखा है वह जनहित में नहीं है और उस विचारधारा से संबंधित है जो हम स्वीकार नहीं करते हैं।’