नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दल पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार सरकार बनाने का दावा कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल गठबंधन के जरिए एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा का दावा है कि वह इस बार 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेंगे, जबकि विपक्ष का कहना है कि इस बार उनकी सरकार बनने जा रही है। ऐसे में किस दल का पलड़ा इस चुनाव में कितना भारी होगा ये तो चुनाव का रिजल्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। वहीं हम पिछले दो लोकसभा चुनाव के बारे में भी जानेंगे कि इन चुनावों के क्या परिणाम रहे हैं।
कैसा रहा 2014 लोकसभा चुनाव?
लोकसभा चुनाव 2014 की बात करें तो इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अप्रत्याशित जीत दर्ज की थी। वहीं इस चुनाव में विपक्ष का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा था। इस चुनाव में देश की जनता ने एनडीए को 334 सीटें दिलाई थीं, जिनमें से 282 सीटों पर अकेले भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी को महज 44 सीटों पर ही सफलता मिल सकी थी। इस बड़ी जीत के साथ ही भाजपा 30 साल के बाद लोकसभा में अपने बूते पूर्ण बहुमत पाने वाला पहला दल बना। जाहिर सी बात है इस चुनाव में 'मोदी लहर' चर्चा में रही और चुनाव में जीत मिलने के बाद नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया।
कैसा रहा 2019 लोकसभा चुनाव?
पांच सालों के बाद लोकसभा चुनाव 2019 में भी भारतीय जनता पार्टी ने ही जीत दर्ज की। भाजपा की ये जीत पिछली जीत से भी बड़ी थी। इस चुनाव में एनडीए गठबंधन को जनता ने 353 सीटें दे दीं, जिनमें से अकेले भाजपा ने 303 सीटों पर जीत दर्ज की। 303 सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ भारतीय जनता पार्टी के पास अकेले पूर्ण बहुमत था। वहीं यूपीए गठबंधन को 90 सीटें मिलीं, जिनमें से कांग्रेस पार्टी को 52 सीटों पर ही जीत मिल सकी थी। जिस तरह से भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 2014 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करते हुए 334 से 353 तक की छलांग लगाई, उसी तरह से भाजपा का मानना है इस चुनाव में वह 400 का आंकड़ा पार करेंगे।
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