सिख गुरुओं ने भारतीयों को अपनी भूमि के गौरव के लिए जीना सिखाया, 'वीर बाल दिवस' पर बोले PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह के दो बेटों की शहादत की याद में आयोजित 'वीर बाल दिवस' कार्यक्रम में कहा कि आज का भारत 'गुलामी की मानसिकता' से बाहर निकल रहा है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सिख गुरुओं ने भारतीयों को अपनी भूमि के गौरव के लिए जीना सिखाया। उन्होंने कहा कि गुरुओं ने साथ ही देश को बेहतर व विकसित बनाने के लिए एक प्रेरणा के रूप में कार्य किया। गुरु गोविंद सिंह के दो बेटों की शहादत की याद में आयोजित 'वीर बाल दिवस' कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि आज का भारत 'गुलामी की मानसिकता' से बाहर निकल रहा है तो देश के प्रति दुनिया का भी नजरिया बदला है।
‘युवाओं के सपनों को पूरा करने के लिए है स्पष्ट रोडमैप’
पीएम मोदी ने कहा,‘जब तक हमने अपनी विरासत का सम्मान नहीं किया, तब तक दुनिया ने भी हमारी विरासत को भाव नहीं दिया। आज जब हम अपनी विरासत पर गर्व कर रहे हैं, तो दुनिया का भी नजरिया बदला है।’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के पास भारत के युवाओं के सपनों को पूरा करने के लिए एक स्पष्ट रोडमैप है, चाहे वे किसी भी क्षेत्र और समाज में पैदा हुए हों। पीएम मोदी ने कहा कि अगले 25 साल युवाओं के लिए बहुत सारे अवसर लेकर आएंगे। उन्होंने बढ़ती अर्थव्यवस्था को लेकर कहा कि सरकार की स्पष्ट नीति है और उसकी नीयत में कोई खोट नहीं है।
‘दुनिया आज भारत को अवसरों की भूमि के रूप में देख रही’
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया आज भारत को अवसरों की भूमि के रूप में देख रही है और देश वैश्विक चुनौतियों को हल करने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत हर क्षेत्र में गर्व के साथ खड़ा है, चाहे वह अर्थव्यवस्था हो, विज्ञान हो, अनुसंधान हो या खेल हो। मोदी ने कहा, ‘आज भारत, दुनिया के सबसे ज्यादा युवा देशों में से एक है। इतना युवा तो भारत अपनी आजादी की लड़ाई के समय भी नहीं था। जब उस युवाशक्ति ने देश को आजादी दिलाई, तो आज की युवाशक्ति भारत को किस ऊंचाई पर ले जा सकती है। यह कल्पना से परे है।’
‘साहिबजादों की शहादत को विश्व स्तर पर याद किया जा रहा’
साहिबजादों के बलिदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी शहादत को आज न केवल भारत में बल्कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में कार्यक्रमों के जरिए विश्व स्तर पर भी याद किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘भारत के वीर साहिबजादों को पूरी दुनिया और ज्यादा जानेगी, उनके महान कार्यों से सीखेगी।’ बता दें कि वीर बाल दिवस श्री गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है। पिछले साल जनवरी में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन प्रधानमंत्री ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। (भाषा)