अगरतला: टिपरा मोथा के वरिष्ठ नेता अनिमेष देबबर्मा ने गुरुवार को त्रिपुरा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी के एक और विधायक बृषकेतु देबबर्मा के साथ राज्य की BJP के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री के रूप में गुरुवार को शपथ ले ली। माणिक साहा की सरकार में शामिल होने से पहले अनिमेष देबबर्मा ने कहा था, ‘त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा में टिपरा मोथा के 13 विधायक हैं। पार्टी बीजेपी की सहयोगी के रूप में सरकार में शामिल होगी और उसे 2 मंत्री पद दिए जाएंगे।’ टिपरा मोथा की राज्य के आदिवासी इलाकों में अच्छी पकड़ है।
कुछ दिन पहले ही हुआ था बेहद अहम समझौता
बता दें कि कुछ दिन पहले ही टिपरा मोथा, त्रिपुरा सरकार और केंद्र सरकार के बीच नई दिल्ली में राज्य के मूल निवासियों के सभी मुद्दों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए एक त्रिपक्षीय समझौता हुआ था। 2 नए मंत्रियों की शपथ से पहले त्रिपुरा सरकार में मुख्यमंत्री माणिक साहा समेत 9 मंत्री थे जो कि अब 11 हो गए हैं। बता दें कि नियमों के मुताबिक राज्य सरकार में मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्री हो सकते हैं। अनिमेष देबबर्मा ने इस्तीफा देने के बाद कहा था कि वह मंत्री पद की शपथ लेने के लिए राज भवन जाएंगे।
2023 में टिपरा मोथा ने किया था शानदार प्रदर्शन
त्रिपुरा में 2 लोकसभा सीटें हैं और एक पर तिपरा मोथा का असर काफी ज्यादा है क्योंकि अधिकतर आदिवासी और स्थानीय लोग उनके समर्थन में रहे हैं। हालांकि पिछली बार बीजेपी ने दोनों सीटों पर जीत दर्ज की थी । विधानसभा चुनाव मे टिपरा मोथा ने सियासी पंडितों को चौंकाते हुए शानदार प्रदर्शन किया था। 2023 में हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 60 में से 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि टिपरा मोथा ने 13, CPM ने 11 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर अपना परचम लहराया था। एक सीट IPFT के खाते में आई थी। उन चुनावों में BJP एवं IPFT और कांग्रेस एवं CPM का गठबंधन था।
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