देश की 18वीं लोकसभा के पहले संसदीय सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस हो रही है। पिछले दो कार्यकालों की जगह तीसरी बार विपक्ष मजबूती के साथ उभरा है। सोमवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को कई मुद्दों पर घेरा है। इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस (TMC) से सांसद महुआ मोइत्रा ने भी केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, 'पिछली बार जब मैं यहां खड़ी थी तो मुझे बोलने नहीं दिया गया था। संसद में एक सांसद की आवाज दबाने की बहुत बड़ी कीमत सत्ताधारी पार्टी को चुकानी पड़ी है। मुझे बैठाने के चक्कर में जनता ने आपके (BJP) के 63 सांसदों को हमेशा के लिए बैठा (चुनाव हरा) दिया है।'
सदन से निष्कासित की गईं थीं महुआ मोइत्रा
बता दें कि दिसंबर, 2023 में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को 'पैसे लेकर सवाल पूछने' के मामले में सदन की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मोइत्रा के निष्कासन का प्रस्ताव पेश किया था। इसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दी थी।
राहुल गांधी के भाषण पर लोकसभा में हंगामा
वहीं, आज लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के पहले भाषण के दौरान लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। हंगामा सबसे पहले तब हुआ जब गांधी ने सत्ता पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि जो खुद को हिंदू कहते हैं, वे हिंसा की बात करते हैं।
NEET के मुद्दे पर राहुल गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया जारी रखते हुए उन्होंने किसानों की मांगों को पूरा न करने और NEET को लेकर चल रहे विवाद को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है। राहुल गांधी के भाषण के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी ने भी अपनी बात सदन में रखी।
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